ETV Bharat / bharat

युवाओं का सार्वजनिक रूप से जातीय कलाई बैंड पहनना शर्मनाक: तमिलनाडु गवर्नर आरएन रवि

तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान अपने संदेश में युवाओं द्वारा सार्वजनिक रूप से जातीय रिस्टबैंड पहनने के उदाहरणों का उल्लेख किया. साथ ही ऐसी प्रथाओं को "आत्मा को कष्ट देने वाली और शर्मनाक" करार दिया. पढ़ें पूरी खबर...

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 26, 2024, 12:22 PM IST

चेन्नई : तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने देश के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में शुक्रवार को यहां राष्ट्रध्वज फहराया और इस अवसर पर सशस्त्र बलों एवं राज्य पुलिस की टुकड़ियों ने मार्च पास्ट किया और तमिल गौरव को दर्शाने वाले रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए. पारंपरिक परेड के अलावा ओडिशा, मणिपुर और कर्नाटक की झांकियों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से ध्यान आकर्षित किया.

भगवान राम का तमिलनाडु से है गहरा रिश्ता : क्रांतिकारी तमिल कवि भारतीदासान के ‘तमिझुकुम अमुधु एंड्रू पेर’ गीत की थीम पर छात्रों द्वारा पेश किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण रहे. गणतंत्र दिवस समारोह मरीना समुद्र तट के निकट कामराजार सलाई पर आयोजित किया गया. राज्यपाल रवि ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि अयोध्या के राम मंदिर में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के युगांतरकारी आयोजन ने पूरे देश को उत्साहित किया है. श्री राम का तमिलनाडु से गहरा रिश्ता है. उनकी कहानी ने संगम काल से ही तमिल साहित्य को प्रेरित एवं समृद्ध किया है, यह कर्नाटक संगीत की आत्मा है और इसने हमारे शास्त्रीय नृत्य को समृद्ध किया है.

राज्यपाल रवि ने सुरक्षा बलों की सराहना की : राज्यपाल रवि ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य के नागरिकों के बीच एकता और सामाजिक जिम्मेदारी की आवश्यकता पर जोर देने का संदेश दिया. 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल रवि के द्वारा दिए गए संदेशों में उपलब्धियों, स्वीकृतियों और सामाजिक चिंताओं सहित कई विषयों को शामिल किया गया. राज्यपाल ने देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने, आंतरिक शांति, स्थिरता सुनिश्चित करने और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत प्रदान करने के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए सशस्त्र बलों, सुरक्षा एजेंसियों, पुलिस और स्वयंसेवकों की सराहना की.

युवाओं का सार्वजनिक रूप से जातीय कलाई बैंड पहनना शर्मनाक है : राज्यपाल रवि ने अपने भाषण के दौरान आर्थिक विकास, तकनीकी प्रगति और महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने जैसी उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. हालांकि, राज्यपाल ने सामाजिक भेदभाव और प्रतिगामी प्रथाओं की रिपोर्टों पर गहरी चिंता व्यक्त की, विशेष रूप से युवाओं द्वारा सार्वजनिक रूप से जातीय रिस्टबैंड पहनने के उदाहरणों का उल्लेख किया. राज्यपाल ने ऐसी प्रथाओं को "आत्मा को कष्ट देने वाली और शर्मनाक" करार दिया साथ ही तमिलनाडु के नागरिकों से उनके उन्मूलन की दिशा में काम करने की हार्दिक अपील की.

ये भी पढ़ें-

चेन्नई : तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने देश के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में शुक्रवार को यहां राष्ट्रध्वज फहराया और इस अवसर पर सशस्त्र बलों एवं राज्य पुलिस की टुकड़ियों ने मार्च पास्ट किया और तमिल गौरव को दर्शाने वाले रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए. पारंपरिक परेड के अलावा ओडिशा, मणिपुर और कर्नाटक की झांकियों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से ध्यान आकर्षित किया.

भगवान राम का तमिलनाडु से है गहरा रिश्ता : क्रांतिकारी तमिल कवि भारतीदासान के ‘तमिझुकुम अमुधु एंड्रू पेर’ गीत की थीम पर छात्रों द्वारा पेश किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण रहे. गणतंत्र दिवस समारोह मरीना समुद्र तट के निकट कामराजार सलाई पर आयोजित किया गया. राज्यपाल रवि ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि अयोध्या के राम मंदिर में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के युगांतरकारी आयोजन ने पूरे देश को उत्साहित किया है. श्री राम का तमिलनाडु से गहरा रिश्ता है. उनकी कहानी ने संगम काल से ही तमिल साहित्य को प्रेरित एवं समृद्ध किया है, यह कर्नाटक संगीत की आत्मा है और इसने हमारे शास्त्रीय नृत्य को समृद्ध किया है.

राज्यपाल रवि ने सुरक्षा बलों की सराहना की : राज्यपाल रवि ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य के नागरिकों के बीच एकता और सामाजिक जिम्मेदारी की आवश्यकता पर जोर देने का संदेश दिया. 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल रवि के द्वारा दिए गए संदेशों में उपलब्धियों, स्वीकृतियों और सामाजिक चिंताओं सहित कई विषयों को शामिल किया गया. राज्यपाल ने देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने, आंतरिक शांति, स्थिरता सुनिश्चित करने और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत प्रदान करने के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए सशस्त्र बलों, सुरक्षा एजेंसियों, पुलिस और स्वयंसेवकों की सराहना की.

युवाओं का सार्वजनिक रूप से जातीय कलाई बैंड पहनना शर्मनाक है : राज्यपाल रवि ने अपने भाषण के दौरान आर्थिक विकास, तकनीकी प्रगति और महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने जैसी उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. हालांकि, राज्यपाल ने सामाजिक भेदभाव और प्रतिगामी प्रथाओं की रिपोर्टों पर गहरी चिंता व्यक्त की, विशेष रूप से युवाओं द्वारा सार्वजनिक रूप से जातीय रिस्टबैंड पहनने के उदाहरणों का उल्लेख किया. राज्यपाल ने ऐसी प्रथाओं को "आत्मा को कष्ट देने वाली और शर्मनाक" करार दिया साथ ही तमिलनाडु के नागरिकों से उनके उन्मूलन की दिशा में काम करने की हार्दिक अपील की.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.