चेन्नई: तमिलनाडु के कल्लाकुरिची करुणापुरम इलाके में अवैध शराब के सेवन से बीमार होने वाले लोगों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. अवैध शराब के सेवन के चलते 24 जून दोपहर 12 बजे तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, 156 लोगों की हालत गंभीर है, उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. इस त्रासदी के कारण जहां दिन-ब-दिन बढ़ती मौतों की खबर ने सभी को काफी दुखी कर दिया है.
जहरीली शराब के कारण इलाके की 44 महिलाओं ने अपने पतियों को खो दिया है. यह जानकारी समाज कल्याण एवं महिला अधिकार विभाग की ओर से 23 जून तक कराए गए सर्वे में सामने आई है. इस जहरीली शराब ने उन 44 परिवारों की जड़ें पूरी तरह से हिलाकर रख दी हैं, जो पति-पत्नी और बच्चों के रूप में हंसी-खुशी रह रहे थे. उनमें से 20 से 40 साल की उम्र की 19 महिलाएं, 40 साल से अधिक उम्र की 24 महिलाएं और 11 महीने के शिशु वाली एक महिला ने अपने पति को खो दिया.
जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने कल्लाकुरिची में एक इलाके का निरीक्षण किया तो वे दंग रह गये. उन्होंने एक बेबस महिला को देखा जिसने अभी-अभी अपने पति को खोया है. संवाददाता ने देखा कि महिला अपने बच्चे को गोद में लिए काफी रोए जा रही थी. महिला ने संवाददाता से कहा कि पति की जहरीली शराब पीने के कारण मौत हो गई है, अभी तो वे जवान ही थे. महिला की बात सुनकर संदवाददाता ने उसे धैर्य दिया और सरकार से महिला की मदद करने की अपील की.
क्या सरकार मदद करेगी
जिला कलेक्टर प्रशांत ने कहा कि जिन महिलाओं ने अपने पतियों को खोया है, उनमें से 12 महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही, 50,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए भी कदम उठाए गए हैं. कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि उनके आर्थिक विकास के लिए सभी विभागों को जोड़कर योग्यता के आधार पर सहायता प्रदान करने की कार्यवाही की जायेगी.
वहीं, जो महिलाएं सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की मांग कर रही हैं, महिलाओं का कहना है कि नकली शराब पीने से होने वाले नुकसान को रोका जाना चाहिए ताकि उनके परिवार के साथ-साथ किसी और को भी नुकसान न हो.
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