ETV Bharat / bharat

हरेक दिन इतने लोग जन औषधि केंद्र से खरीदते हैं दवा - Jan Aushadhi Kendras daily visit

10 to 12 lakh people visit Jan Aushadhi Kendras : जन औषधि केंद्र में सस्ती दवाएं मिलती हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आम तौर पर 10-12 लाख लोग हर रोज जन औषधि केंद्र से दवाएं खरीदते हैं.

jan aushadhi centre
जन औषधि केंद्र
author img

By IANS

Published : Mar 12, 2024, 6:16 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा है कि प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोग 'जन औषधि केंद्र' जाते हैं. राष्ट्रीय राजधानी में जन औषधि केंद्रों के लिए ऋण सहायता कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मंत्री ने यह बात कही.

डॉ मनसुख मंडाविया ने कहा, "किफायती और सुलभ दवाई किसी भी समाज की जरूरत होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी दवाओं को गरीबों के लिए संजीवनी बताया. 2014 में पहले जहां 80 जन औषधि केंद्र थे, तो वहीं आज इनकी संख्या बढ़कर 11 हजार हो गई है."

उन्होंने कहा, "यह अनुमान जताया गया है कि प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोग जन औषधि केंद्र जाते हैं, जहां उन्हें आवश्यक औषधि उपलब्ध कराई जाती है." अब सरकार ने इन केंद्रों को अगले दो सालों तक बढ़ाकर 25 हजार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

health minister
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया

वर्तमान में, केंद्र लगभग 2,000 प्रकार की दवाएं और 300 प्रकार के सर्जिकल उपकरण प्रदान करते हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन केंद्रों को कुशल बनाने के लिए सरकार ने खरीद प्रक्रिया को मजबूत बनाया है। उत्पाद श्रृंखला का विस्तार किया है. नियमित आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क बनाए रखा और साथ ही कड़ी गुणवत्ता जांच और नियंत्रण सुनिश्चित किया.

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार ने इन केंद्रों के संचालकों को वित्तीय सहायता प्रदान की, जिसमें दूरदराज और पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित ऑपरेटरों के लिए अतिरिक्त सहायता भी शामिल है. भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक और फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया ने मंगलवार को दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए.

मंत्री ने कहा, "ये एमओयू जन औषधि केंद्रों के छोटे और नए उद्यमियों के लिए वरदान बनकर उभरेंगे."

ये भी पढ़ें : जन औषधि दिवस : यहां पर सस्ती दवाएं होती हैं उपलब्ध, इसके बारे में जरूर जानकारी रखें

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा है कि प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोग 'जन औषधि केंद्र' जाते हैं. राष्ट्रीय राजधानी में जन औषधि केंद्रों के लिए ऋण सहायता कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मंत्री ने यह बात कही.

डॉ मनसुख मंडाविया ने कहा, "किफायती और सुलभ दवाई किसी भी समाज की जरूरत होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी दवाओं को गरीबों के लिए संजीवनी बताया. 2014 में पहले जहां 80 जन औषधि केंद्र थे, तो वहीं आज इनकी संख्या बढ़कर 11 हजार हो गई है."

उन्होंने कहा, "यह अनुमान जताया गया है कि प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोग जन औषधि केंद्र जाते हैं, जहां उन्हें आवश्यक औषधि उपलब्ध कराई जाती है." अब सरकार ने इन केंद्रों को अगले दो सालों तक बढ़ाकर 25 हजार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

health minister
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया

वर्तमान में, केंद्र लगभग 2,000 प्रकार की दवाएं और 300 प्रकार के सर्जिकल उपकरण प्रदान करते हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन केंद्रों को कुशल बनाने के लिए सरकार ने खरीद प्रक्रिया को मजबूत बनाया है। उत्पाद श्रृंखला का विस्तार किया है. नियमित आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क बनाए रखा और साथ ही कड़ी गुणवत्ता जांच और नियंत्रण सुनिश्चित किया.

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार ने इन केंद्रों के संचालकों को वित्तीय सहायता प्रदान की, जिसमें दूरदराज और पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित ऑपरेटरों के लिए अतिरिक्त सहायता भी शामिल है. भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक और फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया ने मंगलवार को दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए.

मंत्री ने कहा, "ये एमओयू जन औषधि केंद्रों के छोटे और नए उद्यमियों के लिए वरदान बनकर उभरेंगे."

ये भी पढ़ें : जन औषधि दिवस : यहां पर सस्ती दवाएं होती हैं उपलब्ध, इसके बारे में जरूर जानकारी रखें

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.