લખનૌ: અભિનેતા સુશાંત સિંહ રાજપુતના નિધનને એક મહિના કરતા પણ વધુ સમય પસાર થઇ ગયો છે. આ વચ્ચે બહુજન સમાજવાદી પક્ષના અધ્યક્ષ માયાવતીએ કોંગ્રેસ પક્ષ પર આકરા પ્રહારો કર્યા છે.
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1. बिहार मूल के युवा बालीवुड अभिनेता सुशान्त सिंह राजपूत की मौत का मामला रोज नए तथ्यों के उजागर होने व उनके पिता द्वारा पटना पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने से लगातार गहराता जा रहा है। अब मामले की जाँच महाराष्ट्र व बिहार पुलिस द्वारा होने से बेहतर है कि प्रकरण की जाँच सीबीआई ही करे।
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">1. बिहार मूल के युवा बालीवुड अभिनेता सुशान्त सिंह राजपूत की मौत का मामला रोज नए तथ्यों के उजागर होने व उनके पिता द्वारा पटना पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने से लगातार गहराता जा रहा है। अब मामले की जाँच महाराष्ट्र व बिहार पुलिस द्वारा होने से बेहतर है कि प्रकरण की जाँच सीबीआई ही करे।
— Mayawati (@Mayawati) July 30, 20201. बिहार मूल के युवा बालीवुड अभिनेता सुशान्त सिंह राजपूत की मौत का मामला रोज नए तथ्यों के उजागर होने व उनके पिता द्वारा पटना पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने से लगातार गहराता जा रहा है। अब मामले की जाँच महाराष्ट्र व बिहार पुलिस द्वारा होने से बेहतर है कि प्रकरण की जाँच सीबीआई ही करे।
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આ વચ્ચે માયાવતીએ ટ્વિટ કરી લખ્યુ છે કે બોલીવુડ અભિનેતાના નિધન થયા બાદ દરરોજ નવા નવા તથ્યો સામે આવી રહ્યાં છે. આ વચ્ચે અભિનેતાના પિતાએ પોલીસમાં દાખલ કરેલી FIRના પગલે કેસ ઉંડાઇ લઇ રહ્યો છે.
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2. साथ ही, सुशान्त राजपूत प्रकरण में महाराष्ट्र व बिहार के काग्रेंसी नेताओं के अलग-अलग रवैये से ऐसे लगता है कि इनका असल मकसद इस प्रकारण की आड़ में पहले अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति करना है तथा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना बाद में, जो कतई उचित नहीं। महाराष्ट्र सरकार गंभीर हो।
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">2. साथ ही, सुशान्त राजपूत प्रकरण में महाराष्ट्र व बिहार के काग्रेंसी नेताओं के अलग-अलग रवैये से ऐसे लगता है कि इनका असल मकसद इस प्रकारण की आड़ में पहले अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति करना है तथा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना बाद में, जो कतई उचित नहीं। महाराष्ट्र सरकार गंभीर हो।
— Mayawati (@Mayawati) July 30, 20202. साथ ही, सुशान्त राजपूत प्रकरण में महाराष्ट्र व बिहार के काग्रेंसी नेताओं के अलग-अलग रवैये से ऐसे लगता है कि इनका असल मकसद इस प्रकारण की आड़ में पहले अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति करना है तथा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना बाद में, जो कतई उचित नहीं। महाराष्ट्र सरकार गंभीर हो।
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તેઓએ આગળ લખ્યુ કે, ' સુશાંત રાજપુતના પ્રકરણમાં મહારાષ્ટ્ર અને બિહારના કોંગી નેતાઓના અલગ-અલગ નિવેદન સામે આવી રહ્યાં છે. તે આ મુદ્દાને લઇને પોતાનું રાજકારણ રમી રહ્યાં છે. જેનાથી પીડિત પરીવારને ક્યારેય ન્યાય નહી મળી. મહારાષ્ટ્ર સરકાર ગંભીર બને.