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આસામમાં ભારે વરસાદ, પૂરથી 8.5 લાખ લોકો પ્રભાવિત

નવી દિલ્હી: ભારે વરસાદના કારણે પૂર્વોત્તરના કેટલાક વિસ્તારોમાં જમીન ખસી જવા અને મકાન પડવાની ઘટનામાં 10 લોકોના મૃત્યુ થયા છે. જેમાં આસમમાં 8 લાખ લોકો પ્રભાવિત થયા છે. જ્યારે છેલ્લા 9 દિવસોમાં ઉત્તરપ્રદેશમાં પડેલા વરસાદને કારણે 14 લોકોના મૃત્યુ થયા છે.

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Published : Jul 13, 2019, 1:00 PM IST

Updated : Jul 13, 2019, 4:53 PM IST

પૂર્વોતરમાં ભારે વરસાદને કારણે 10ના મોત, અસમમાં પુરથી 8.5 લાખ લોકો પ્રભાવિત

આસમમાં 6 લોકોના મોત થયા છે. ત્યારે અરૂણાચલ પ્રદેશ અને મિઝોરમમાં વરસાદના કારણે 2 લોકોના મૃત્યુ થયા છે.

મિઝોરમમાં ભારે વરસાદના કારણે આવેલા ભયાનક પુરમાં 300 ઘર ડૂબી ગયા હતાં.

અસમમાં પુરથી 8.5 લાખ લોકો પ્રભાવિત

બ્રમ્હપુત્ર અને તેની સાથે જોડાણ ધરાવનારી નદીઓના પાણીથી અસમ રાજ્યમાં 33 જિલ્લામાં પુરની સ્થિતિ ગંભીર છે. જ્યાં પુરના કારણે 6 લોકોના મૃત્યુ થયા છે. અને 8.7 લાખ લોકો પ્રભાવિત થયા છે.

પરંતુ રાજધાની દિલ્હી હજુ પણ વરસાદની રાહમાં છે. રાજધાનીમાં 15 અને 16 જુલાઇના રોજ વરસાદની આશા સેવાઇ રહી છે.

આસમમાં 6 લોકોના મોત થયા છે. ત્યારે અરૂણાચલ પ્રદેશ અને મિઝોરમમાં વરસાદના કારણે 2 લોકોના મૃત્યુ થયા છે.

મિઝોરમમાં ભારે વરસાદના કારણે આવેલા ભયાનક પુરમાં 300 ઘર ડૂબી ગયા હતાં.

અસમમાં પુરથી 8.5 લાખ લોકો પ્રભાવિત

બ્રમ્હપુત્ર અને તેની સાથે જોડાણ ધરાવનારી નદીઓના પાણીથી અસમ રાજ્યમાં 33 જિલ્લામાં પુરની સ્થિતિ ગંભીર છે. જ્યાં પુરના કારણે 6 લોકોના મૃત્યુ થયા છે. અને 8.7 લાખ લોકો પ્રભાવિત થયા છે.

પરંતુ રાજધાની દિલ્હી હજુ પણ વરસાદની રાહમાં છે. રાજધાનીમાં 15 અને 16 જુલાઇના રોજ વરસાદની આશા સેવાઇ રહી છે.

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https://www.etvbharat.com/hindi/uttar-pradesh/bharat/bharat-news/northeast-affected-by-flood-after-heavy-rain-2/na20190713101811638



पूर्वोत्तर में भारी बारिश से 10 की मौत, असम में बाढ़ से 8.5 लाख लोग प्रभावित



नई दिल्ली: भारी बारिश के कारण पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में जमीन दरकने और मकान गिरने की घटनाओं में कम दस लोगों की मौत हो गई जबकि असम में साढ़े आठ लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं, बीते नौ दिनों में उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो चुकी है.



पूर्वोत्तर में, असम में छह लोगों की मौत हो गई, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम में बारिश से संबंधित घटनाओं में दो-दो लोगों ने अपनी जान गंवाई.



मिजोरम के तलाबुंग कस्बे में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ में करीब 300 घर डूब गए.



ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों के पानी से जूझ रहे असम राज्य के 33 जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. यहां बाढ़ से छह लोगों की मौत हुई है और 8.7 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.



पश्चिम बंगाल में सेतीझोरा और कालीझोरा के बीच लगभग पांच स्थानों पर पहाड़ियों का एक बड़ा हिस्सा ढह गया है और राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है.



सिक्किम में रांगपो और 32 नम्बर राजमार्ग पर भी भूस्खलन हुआ है और वहां युद्धस्तर पर मरम्मत और जीर्णोद्धार का काम चल रहा है, लेकिन भारी और लगातार बारिश से बाधा उत्पन्न हो रही है.



पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने उत्तर बंगाल में सामान्य जीवन को खतरे में डाल दिया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो रही है और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हो रहा है.



न्यूजलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार में पैसेंजर ट्रेन सेवा रोक दी गई है. नार्थ फ्रंटियर रेलवे अधिकारी ने यह जानकारी दी.



हालांकि राजधानी दिल्ली को अभी बारिश का इंतजार है. शुक्रवार को गर्मी और उमस के बीच अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से तीन डिग्री ऊपर है. राजधानी में 15-16 जुलाई को बारिश की उम्मीद है.



उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कई दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश का सिलसिला जल्द ही थम सकता है. दक्षिण-पश्चिमी मानसून प्रदेश के पूर्वी भागों में सक्रिय जबकि पश्चिमी हिस्सों में सामान्य है. पूर्वानुमान के मुताबिक पिछले करीब एक सप्ताह से प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर रुक-रुक कर हो रही बारिश में अब कमी आने की सम्भावना है. इससे उमस बढ़ने के प्रबल आसार हैं.



उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय ने कहा कि तीन जुलाई से 11 जुलाई तक बारिश से जुड़ी घटनाओँ जिनमें बिजली गिरने, घर ढहने और दीवार गिरना शामिल है, में 14 लोगों की मौत हो गई है.



पढ़ें-असम में जलप्रलय : 21 जिलों के चार लाख लोग प्रभावित, चार लोगों की मौत



इनमें तीन लोगों की मौत फतेहपुर में, महोबा, पीलीभीत, कानपुर देहात, सोनभद्र, हरदोई, कुशीनगर, प्रतापगढ़, सीतापुर, कन्नौज, बाराबंकी और जौनपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई.



केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की गुरुवार की रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी में पानी बढ़ रहा है, जबकि रामगंगा नदी कालागढ़ (बिजनौर) और बरेली में उफान पर है. कालपी (जालौन) और नैनी (प्रयागराज) में यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है.



सीतापुर और सुल्तानपुर में गोमती नदी उफान पर है जबकि शारदा नदी पलियांकलां (लखीमपुर) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और शारदा नगर में जलस्तर में इजाफा हुआ है.



बारिश ने पंजाब और हरियाणा के बड़े हिस्सों को भी प्रभावित किया, जिससे अधिकांश जगहों पर अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे आ गया. चंडीगढ़ में लगातार दूसरे दिन सुबह भारी बारिश हुई.


Conclusion:
Last Updated : Jul 13, 2019, 4:53 PM IST
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