নিউজ ডেস্ক, 2 জানুৱাৰী: কেন্দ্ৰীয় চৰকাৰে কৃষক আন্দোলনৰ প্ৰতি কোনো গুৰুত্ব প্ৰদান কৰা নাই ৷ প্ৰতিবাদী কৃষকৰ ভাষা বুজি নাপায় কেন্দ্ৰীয় চৰকাৰে ৷ টুইটাৰযোগে এনেকৈ ক্ষোভ প্ৰকাশ কৰে কংগ্ৰেছ নেত্ৰী প্ৰিয়ংকা গান্ধীয়ে ৷
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सर्द मौसम में दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसान भाइयों की मौत की खबरें विचलित करने वाली हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक अभी तक 57 किसानों की जान जा चुकी है और सैकड़ों बीमार है। महीने भर से अपनी जायज मांगों के लिए बैठे किसानों की बातें न मानकर सरकार घोर असंवेदनशीलता का परिचय दे रही है।
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 2, 2021सर्द मौसम में दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसान भाइयों की मौत की खबरें विचलित करने वाली हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक अभी तक 57 किसानों की जान जा चुकी है और सैकड़ों बीमार है। महीने भर से अपनी जायज मांगों के लिए बैठे किसानों की बातें न मानकर सरकार घोर असंवेदनशीलता का परिचय दे रही है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 2, 2021
তেওঁ কয়, দিল্লীৰ সীমান্তৰ পৰা কৃষক আন্দোলনত অংশগ্ৰহণ কৰা কৃযকৰ মৃত্যুৰ বাতৰি প্ৰত্যেক দিনেই প্ৰকাশ পাই আছে ৷ বৰ্তমানলৈকে ৫৭ জন কৃষকৰ মৃত্যু হোৱাৰ লগতে এতিয়া শ শ কৃষক শাৰীৰিকভাৱে অসুস্থ হোৱা খবৰ প্ৰকাশ প্ৰকাশিত হৈ আছে ৷ তথাপিও কেন্দ্ৰৰ গা ল'ৰা নাই বুলি মন্তব্য প্ৰকাশ কৰে প্ৰিয়ংকা গান্ধীয়ে ৷
লগতে পঢ়ক:অৰুণাচলৰ পূৰ্বৱৰ্তী অঞ্চল পৰিদৰ্শন চিডিএছ জেন. ৰাৱাটৰ