नासा का कहना है कि चलना-बोलना कंप्यूटर संस्कृत की वजह से वास्तविकता बन जाएगा
10 अगस्त को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (आईआईटी बॉम्बे) के 57 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा, “राष्ट्रीय वैमानिकी और अंतरिक्ष प्रशासन (नासा) कह रहा है कि निकट भविष्य में यदि चलने वाला कंप्यूटर चल रहा होगा, तो यह केवल संस्कृत के कारण ही संभव होगा. नासा ऐसा इसलिए कह रहा है क्योंकि यह एक वैज्ञानिक भाषा है जिसमें शब्दों को उसी तरह से लिखा जाता है जिस तरह से वे बोले जाते हैं.