उदयपुर.मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने बांसवाड़ा के गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय और आबूरोड के ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में 171 इकाइयों ने एक साथ वेबिनार का आयोजन किया. मूल कार्यक्रम को ब्रम्हकुमारीज के छह हजार केंद्रों पर हज़ारों लोगों ने लाइव देखा. पिछले महीने नई शिक्षा नीति पर 155 वेबीनार आयोजित करके मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने केरल के रिकॉर्ड को तोड़ा था. इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि दूसरों की सेवा करके ही हम आनंद की अनुभूति कर सकते हैं. विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास संस्कारों से ही होता है.
साथ ही उन्होंने कहा कि संस्कारों और मानवीय मूल्यों के साथ ही हम आपसी वैमनस्य को दूर करते सकते हैं. समाज को तरक्की की ओर अग्रसर करते हैं. उन्होंने कहा कि पशु क्रूरता रोकना, सफाई रखना, पौधारोपण करना, वृद्धजन और कमजोर तबके की मदद करना, बिजली पानी की बर्बादी रोक कर भी हम लोग समाज में आनंद का संचार कर सकते हैं. भाटी ने कहा कि आनंदम सेवाभाव का प्रतीक है और राजस्थान सरकार ने कोरोना का हाल में सेवा के कई कार्य किए हैं. इसके साथ ही 2019-20 के बजट में 87 कॉलेज खोले गए हैं. पत्रकारिता एवम विधि विश्वविद्यालय खोला गया है. बालिका शिक्षा एवं ग्रामीण शिक्षा बढ़ाने के प्रति राज्य सरकार कृत संकल्पित है.
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गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आईवी त्रिवेदी ने कहा कि जनजाति के लोग अत्यधिक आनंद का जीवन यापन करते हैं. क्योंकि अशिक्षित लोगों में प्रायः आनंद का एहसास ज्यादा होता हैं, इसीलिए शिक्षित वर्ग के आनंदम पाठ्यक्रम की आवश्यकता हुई है. त्रिवेदी ने कहा कि आज का विद्यार्थी कई समस्याओं से परेशान हैं और निराश हैं. उनके लिए कौशल विकास की आवश्यकता है. ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के प्रमुख डॉ मृत्युंजय ने कहा कि समाज में शांति समरसता एवं सकारात्मक भाव बढ़ाने के लिए मन में खुशी एवं आनंद को महसूस करना होगा.