टोंक. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सचिन पायलट ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल किसान विरोधी रहे हैं. आज नौबत यह आ गई है कि देश में उद्योग-धंधे चौपट हो रहे हैं.
टोंक जिले के अरनिया माल गांव में अपने संबोधन मे सचिन पायलट ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे 'प्रशासन गांवों/शहरों के संग अभियान' के माध्यम से लोगों के रोजमर्रा के कामों को एक ही स्थान पर पूरा किया जा रहा है. उनकी समस्याओं का तत्काल निदान हो रहा है. शिविर में सभी अधिकारी मौजूद रहते हैं. इन शिविरों का हमें ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाना चाहिए.
केंद्र की विगत कांग्रेस सरकार और वर्तमान भाजपा सरकार के शासनकाल के कार्यों की तुलना करते हुए पायलट ने कहा कि कांग्रेस ने 10 वर्षों में 18 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने का काम किया और भाजपा के राज में उद्योग-धंधे बंद हो गए हैं. बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ गई है, किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो गए हैं. कांग्रेस सरकार मनरेगा योजना लेकर आई, खाद्य सुरक्षा कानून, सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार कानून लागू किया, जिससे गरीब, पिछड़ों, दलितों, किसानों, महिलाओं एवं नौजवानों को संबल मिला.
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ठीक इसके विपरीत भाजपा सरकार किसान विरोधी तीन काले कानून लेकर आई है. चंद लोगों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से भाजपा सरकार जो कानून लेकर आई है, उससे किसान बर्बाद हो जाएंगे. इन काले कानूनों के विरोध में हमारे किसान भाई सालभर से आंदोलनरत हैं. भाजपा सरकार जब किसान आन्दोलन को दबाने में सफल नहीं हो सकी तो अब भाजपा किसानों को कुचल रही है. भाजपा के नेता हिंसा को बढ़ावा देने की बाते कर रहे हैं.