टोंक. जिले के पासरोटिया गांव के पास एक ट्रैक्टर की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप था कि अवैध बजरी खनन में लगे ट्रैक्टर से बाइक सवार की मौत हुई है. वहीं पुलिस के अनुसार खेती के काम में आने वाले हल लगे एक ट्रैक्टर की टक्कर से युवक की मौत हुई है. इसी कारण परिजनों और ग्रामीणों ने 18 घंटे तक शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया.
18 घंटे बाद हुआ मृतक का पोस्टमार्टम दरअसल, गुरुवार की रात पासरोटिया निवासी राजाराम जाट अपनी मोटरसाइकिल से गांव जा रहा था. इस दौरान एक ट्रैक्टर ने उसके बाइक में टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे. जिसके बाद इस घटना को लेकर पुलिस उपाधीक्षक रामगोपाल बसवाल को अवगत कराया. पुलिस उपाधीक्षक रामगोपाल बसवाल और थानाधिकारी रामावतार चौधरी पुलिस मय जाप्ते के साथ अस्पताल पहुंचें.
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अस्पताल में माहौल उस समय बिगड़ गया जब ग्रामीण और परिजनों ने पुलिस के मौके पर मौजूद होने और बजरी वाहनों से अवैध वसूली का आरोप लगाकर हंगामा खड़ा कर दिया. इतना ही नहीं ग्रामीण और परिजनों ने थानाधिकारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की कर उनसे मारपीट कर दी. ऐसे में पुलिस को यहां से उल्टे पांव लौटना पड़ा. इस नोक-झोंक में थानाधिकारी सहित पुलिस जवानों के हाथ-पैर पर हल्की चोंट भी आई. इसको लेकर पुलिस की ओर से 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. तो ग्रामीणों ने भी 20 लाख मुआवजा और परिवार में किसी एक को सरकारी नौकरी की मांग रखी.
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पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की सूचना पर एसपी टोंक आदर्श सिद्धू, एडिशनल एपसी विपिन शर्मा, डीएसपी जग्गूराम और एसडीएम डॉ. लक्ष्मीनारायण बुनकर सहित जिले के कई सर्किल ऑफिसर, विभिन्न थानों के थानाधिकारी मय जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और हालात को नियंत्रित किये जाने की कोशिश की. फिलहाल प्रशासन के आला अधिकारियों के समझाइश के बाद मृतक के परिजन पोस्टमार्टम की बात पर राजी हो गए.