टोंक. जिले की जिस जेल में बंदियों से लगातार पैसा वसूलने और सुविधाएं उपलब्ध कराने की शिकायतें मिल रही थी, उस जेल में गुरुवार रात तलाशी अभियान में कुछ भी नहीं मिला. इससे कार्रवाई पर सवाल भी खड़ा हो रहा है. सवाल ये उठ रहा है कि आखिर क्या जेल में तलाशी अभियान की पूर्व सूचना जेल में प्रशासन और कैदियों को मिल चुकी थी. क्या वाकई जब भारी लवाजमे के साथ तलाशी अभियान हुआ तो जेल में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है.
गौरतलब है कि टोंक जिला कारागृह पिछले डेढ़ महीने से बंदियों से मारपीट और चौथ वसूली के आरोप की वजह से सुर्खियों में है. कोतवाली थाने में रिपोर्ट भी दर्ज हुई है. ऐसे में गुरुवार रात यहां लाव लश्कर के साथ जांच दल पहुंचा तो लगा कि कुछ बड़ा खुलासा होगा. इसके चलते कई पत्रकार भी या पहुंचे, लेकिन करीब 5 घंटे जेल में बिताने के बाद जब वापस लौटे जेल निरीक्षण दल के जांच प्रभारी और सहायक कलेक्टर मोहर सिंह मीणा ने जो बताया वो किसी के भी गले नही उतर रहा. उन्होंने कहा कि जेल में सब कुछ ठीक है और अंदर कुछ भी गलत नहीं मिला.
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