राजसमंद.जिले में झील के किनारे स्थित इरिगेशन पाल को और अधिक रमणीय बनाने के लिए राजसमन्द नगर परिषद करीब पौने दो करोड़ रुपए का व्यय कर रहा है, लेकिन समाजकंटक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. सौन्दर्यीकरण के लिए चल रहे कार्यो में आए दिन तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचा जा रहा है. इसे लेकर नगर परिषद सभापति सहित अधिकारियों ने मौका स्थिति को देखकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. वहीं पुलिस ने इसकी गंभीरता को दिखाते हुए तत्काल शरारती तत्वों को पकड़ने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है.
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उल्लेखनीय है कि इरिगेशन पाल को और अधिक मनोहारी और आमजन के लिए और भी सुकूनदाक बनाने के उद्देश्य से नगर परिषद की ओर से सौन्दर्यीकरण का कार्य कराया जा रहा है. जिस पर एक करोड़ 84 लाख रुपए खर्च होना प्रस्तावित है. सौन्दर्यीकरण का कार्य बीते महीनों से जारी है. इस बीच पिछले कुछ दिनों से कतिपय शरारती तत्वों ने उक्त कार्यो में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है और यह क्रम निरन्तर जारी है. इस बारे में जानकारी मिलने पर सभापति सुरेश पालीवाल ने सहायक अभियन्ता संजय फिलीप, कनिष्ठ अभियन्ता नंदलाल सुथार आदि के साथ दौरा कर हालात का जायजा लिया है.
जायजा के दौरान सभापति ने पाया कि शरारती तत्वों ने कहीं धौलपुरी पत्थर की फ्लोरिंग को नुकसान पहुंचाया है, तो कहीं धौलपुरी पत्थर के ही आकर्षक डिजायन में तैयार कर स्थापित किए गए सीएनसी पैनल तोड़ दिए है. वहीं कई पिलर भी उखाड़ दिए है. यही नहीं धौलपुरी पत्थर के कुछ पिलरों को झील की तरफ सीढ़ियों पर इस तरह गिराया कि उनके कई टुकड़े हो गए है. मौके पर कई पिलर और सीएनसी पैनल क्षतिग्रस्त पड़े हुए हैं, जो बेकार हो गए है. बारीक कारीगरी से तैयार किए गए धौलपुरी पत्थर के ये पैनल, पिलर आदि काफी महंगे है, जो क्षतिग्रस्त कर दिए गए हैं.