सुमेरपुर (पाली). जवाई बांध के कैचमेंट एरिया और पहाड़ी क्षेत्र में अच्छी बरसात के बाद से नदी-नाले उफान पर हैं. जिसके चलते 2 चरवाहे अपनी 205 बकरियों के साथ टापू पर फंस गए. जिनका करीब 18 घंटों बाद सेना ने रेस्क्यू कर लिया. रविवार सुबह तक जवाई बांध में केवल 17 फीट पानी था. लेकिन तेज बारिश के बाद अचानक से पानी का स्तर बढ़ गया और जल स्तर 32 फीट पहुंच गया.
जवाई बांध का जलस्तर 32 फीट पहुंच गया है पढ़ें:झालावाड़: नेवज नदी में फंसे युवक का किया रेस्क्यू, 12 बकरियां बही
सेणा गांव के दो पशुपालक अपनी भेड़, बकरियों को चराने रविवार को कैचमेंट एरिया में चले गए थे. गड़रिए अमुमन शाम को 5, 6 बजे तक घर वापस लौट आते हैं. लेकिन देर रात तक जब वो घर नहीं पहंचे तो परिवार वालों ने उनकी तलाश की. जिसके बाद पता चला की पानी का स्तर बढ़ने से दोनों गड़रिए टापू पर फंस गए हैं. जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर उनको रेस्क्यू करने की कोशिश की, लेकिन पानी इतना ज्यादा था कि सफल नहीं हो सके. उसके बाद परिजनों ने सरपंच और अधिकारियों को टापू पर फंसे होने की सूचना दी. जिसके बाद सेना ने 5 नावों के जरिए दोनों गड़रियों सहित उनकी 205 बकरियों को भी रेस्क्यू किया.
झालावाड़ में भी गड़रिए का किया रेस्क्यू
मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश के बाद नेवज नदी का जलस्तर बढ़ गया है. पिछले 3 दिनों से मध्यप्रदेश में बारिश का कहर जारी है. जिसके कारण नदी का जलस्तर 15 से 18 फीट बढ़ गया है. जल स्तर बढ़ने से बकरी चराने वाला एक युवक नदी के किनारे टापू पर फंस गया. जिसको एनडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन युवक की 12 के करीब बकरियां पानी में बह गई.