नागौर. राजस्थान के रण में कई सीटों पर मुकाबला रोचक हो गया है. इसका एक नजारा नागौर सीट पर भी देखने को मिलेगा. कांग्रेस नागौर में अल्पसंख्यक उम्मीदवार पर पर दांव खेलती रही है, लेकिन इस बार हरेंद्र मिर्धा को पार्टी ने कैंडिडेट घोषित किया है. कांग्रेस से नाराज होकर हबीबुर्रहमान ने चुनावी रण में निर्दलीय ताल ठोक दी है.
हबीबुर्रहमान नागौर सीट पर कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहे थे. रविवार को कांग्रेस की 7वीं सूची में कांग्रेस ने हरेंद्र मिर्धा को चुनाव मैदान में उतार दिया. सोमवार को हरेंद्र मिर्धा नागौर पहुंचे और अपना पर्चा दाखिल किया. कांग्रेस के बागी हबीबुर्रहमान ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामाकंन दाखिल किया. नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए हबीबुर्रहमान ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए.
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मुसलमानों के साथ धोखा:पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया की मिर्धाओं ने मुसलमानों के साथ धोखा किया हैं. कांग्रेस नागौर जिले में दो टिकट मुसलमानों को देती आई है, लेकिन इस बार धोखा हुआ. पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान ने सीएम अशोक गहलोत, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल और कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र मिर्धा पर मिलीभगत के आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चुनाव में नागौर की आवाम फैसला करेगी.
नागौर सीट पर मुकाबला त्रिकोणिय: पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान के निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने से नागौर विधानसभा सीट पर मुकाबला त्रिकोणिय हो गया है. बीजेपी से भतीजी ज्योति मिर्धा चुनाव लड़ रही हैं तो वहीं, कांग्रेस से चाचा हरेंद्र मिर्धा चुनाव में ताल ठोक रहे हैं. पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान ने निर्दलीय ताल ठोक कर चुनावी रण को त्रिकोणीय बना दिया है.