नागौर. राजस्थान में बढ़ते कोरोना केस को देखते हुए 'जन अनुशासन पखवाड़ा' लगाया गया है. 3 मई तक प्रदेश में जरूरी सेवाओं को छोड़कर सबकुछ बंद रहेगा. वहीं नागौर में रविवार को 101 नए कोरोना केस दर्ज हुए थे. जो अब तक का सबसे अधिक केस है.
नागौर में पुलिस जवानों का फ्लैग मार्च जिले में एक्टिव केस का आंकड़ा 606 पर पहुंच गया है. डेगाना और मुंडवा और नागौर क्षेत्र में कोरोना ने चिंता बढ़ाई है. वहीं जिले में मौत का आंकड़ा 107 दर्ज किया गया है. नागौर पुलिस और प्रशासन की अलग-अलग टीमें सोशल डिस्टेंसिंग की पालन करवाई जा रही है. एसपी स्वेता धनखड़ ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अधिक खतरनाक बन गई है. इस घातक लहर से बचने का एकमात्र उपाय यही है कि हम खुद काे राेक लें. जरुरी हाे ताे ही बाहर निकलें. मास्क लगाएं. दाे गज की दूरी रखें.
आननफानन में लिए फैसले से कई लोगों के जरूरी काम अटक गए
जन अनुशासन पखवाड़ा के तहत नागौर जिले में खाने-पीने का सामान की किराना स्टोर, दूध डेयरी, किराना सामान, कृषि मंडियां, फल-सब्जियां, डेयरी, पशुचारा से संबंधित रिटेल और होलसेल दुकानें शाम 5 बजे तक खुली हैं. नागौर शहर के सदर बाजार के बर्तन बाजार कपड़ा बाजार मे सभी दुकाने बंद हैं. जिला पुलिस के द्वारा शहर में फ्लैग मार्च करके जिला प्रशासन, पुलिस, होमगार्ड कंट्रोल रूम और वॉर रूम, नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं, सार्वजनिक परिवहन, आपदा प्रबंधन, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, नगर परिषद नगर पालिका, बिजली, पेयजल, टेलीफोन, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, चिकित्सा संस्थान खुले हैं. सार्वजनिक परिवहन सेवाएं जारी रहेंगी. राशन की सरकारी दुकानें सातों दिन खुलेंगी.
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नागौर कलक्ट्रेट नगर परिषद नागौर के साथ आवश्यक सेवाओं से जुड़े विभागों को छोड़ सभी सरकारी दफ्तर भी बंद रहेंगे. कारखानों, सभी तरह की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में काम जारी रहेगा. गांवों में मनरेगा के काम जारी रहेंगे, नरेगा श्रमिकों को बराबर रोजगार मिलेगा.