नागौर.शहरी जल योजना के तहत नागौर शहर में पानी की सप्लाई का पूरा काम अब नगर परिषद देखेगी. यही नहीं, कर्मचारियों की हाजिरी और कार्य वितरण का काम भी नगर परिषद कार्यालय में ही होगा. अब नगर परिषद ने पीएचईडी कार्यालय के पम्प हाउस का संचालन भी ठेके पर देने का फैसला करते हुए इसका टेंडर जारी किया है. ऐसे में प्रांतीय नल मजदूर यूनियन (इंटक) इसके विरोध में उतर आया है.
नागौरः PHED पम्प हाउस को ठेके पर चलाने के लिए परिषद ने निकाली निविदा, कर्मचारी उतरे विरोध में - RAJASTHAN
नागौर शहर में पानी की आपूर्ति की पूरी कमान अपने हाथ में आते ही नगर परिषद ने पीएचईडी कार्यालय स्थित पम्प हाउस को ठेके पर देने का फैसला किया है. इसका प्रांतीय नल मजदूर यूनियन (इंटक) ने विरोध किया है. हालांकि, इस बारे में सभापति कृपाराम सोलंकी का कहना है कि एक पम्प हाउस पहले भी ठेके पर चल रहा था. अब दूसरे के लिए भी टेंडर जारी किया है. ऐसे में बचे हुए कर्मचारियों को पानी सप्लाई संबंधी दूसरे कामों में लगाया जाएगा.
यूनियन के अध्यक्ष अब्बास अली ने यह टेंडर निरस्त करने की मांग को लेकर नगर परिषद आयुक्त और सभापति को पत्र लिखा है. इसमें बताया की पम्प हाउस का संचालन ठेके पर देने से पम्प चलाना, वॉल्व खोलना और टंकी भरने जैसे सभी काम भी ठेके पर ही होंगे. इससे कर्मचारियों के पास काम ही नहीं रहेगा. उन्होंने पम्प हाउस का टेंडर निरस्त करने की मांग की है.
इधर, सभापति कृपाराम सोलंकी का कहना है कि अब तक कांकरिया स्कूल स्थित पम्प हाउस ठेके पर ही संचालित होता आया है. इस पम्प हाउस के अधीन शहर की 22 में से पानी की 12 टंकियां आती हैं. अब पीएचईडी पम्प हाउस का संचालन ठेके पर किया जाएगा. जबकि, यहां काम कर रहे नियमित कर्मचारियों को पानी की आपूर्ति से ही जुड़े दूसरे कामों में लगाया जाएगा.