राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

अगर नहीं चुकाया बिजली बिल तो सरकारी विभागों के कनेक्शन कटेंगे

अजमेर विद्युत वितरण निगम मार्च के अंतिम महीने में बकाया ना देने वाले सरकारी विभागों के बिजली कनेक्शन जल्द ही काटना शुरू करेगा.

सरकारी विभागों में बकाया विद्युत का बिल

By

Published : Mar 26, 2019, 2:24 PM IST

.
नागौर.अजमेर विद्युत वितरण निगम मार्च के अंतिम महीने में बकाया वसूली को लेकर सरकारी विभाग के जल्दी कनेक्शन काटने शुरू करेगा. मार्च अंत तक जिले में बकाया सूची पर नजर डाले तो सामान्य उपभोक्ता के मुकाबले अब सरकारी महकमों के बिल बकाया है.

सरकारी विभागों में बकाया विद्युत का बिल

अजमेर विद्युत वितरण निगम के नागौर सर्किल में सरकारी महकमों सबसे ज्यादा बकाया इन दिनों में विद्युत निगम का है बकाया राशि तो ₹21 करोड सिर्फ जलदाय विभाग में है विद्युत विभाग के अधिकारियों की मानें तो बकाया राशि के लिए पब्लिक सर्विस के इन विभागों की बिजली काटने में भी अब नहीं हिचकेगा

सरकारी विभागों की बकाया को लेकर विद्युत विभाग वसूली करने में अब तक फेल रहा है. सोमवार मार्च 25 तक विद्युत निगम ने जिले में अपने बकाया 229 में से 131 करोड़ रुपए वसूलने की सफलता को प्राप्त कर लिया है.वहीं बकाया 98 में से 56 करोड़ रुपए नागौर जिले के विभिन्न सरकारी महकमों में बकाया लगातार चल रहे हैं.

जानकारी के मुताबिक सर्वाधिक बकाया सूची में जलदाय विभाग में 21 करोड़ रुपए से भी अधिक बकाया चल रहा है. बकाया वसूली को लेकर विद्युत निगम इस विभाग की अगर पूर्णता बिजली काट देगा तो नागौर जिले में बड़ा जल संकट उभरकर सामने आएगा.. विघुत विभाग के बाद की सूची में नागौर जिले के पंचायती राज की स्थापना की नींव रखने वाली ग्राम पंचायत में बकाया है इनमें से ₹10 करोड 44 लाख बकाया चल रहे हैं.

यह है बकाया विभाग
जलदाय विभाग के 21 करोड़ 83 लाख 20 हजार रुपये

स्टेट लाइट का बकाया 9 करोड़ 40 लाख 72 हजार रुपये

ग्राम पचायतों के 40 करोड. 44 लाख 48 हजार

नागौर जिला पुलिस विभाग के 38 लाख 36000 हजार

जिला प्रशासन के 38 लाख 58000 हजाररुपए

जे जे वाई विभाग में ₹10 करोड 17 लाख 23000 हजार

विभिन्न विभागों में 1 करोड़ 55 लाख 95 हजार बकाया चल रहे हैं. वहीं नागौर व्रत के अधीक्षण अभियंता आर बी सिंह का कहना है कि बकाया वसूली को लेकर हर संभव प्रयास किया जा चुका है. वहीं पिछले वर्ष के मुकाबले फिलहाल कमी वसूली हुई है.


ABOUT THE AUTHOR

...view details