कोटा. गोपालपुरा अलवर निवासी राजेन्द्र सिंह जो वाटरमैन के नाम से जाने जाते हैं. 1984 में मांगू काका की प्रेरणा पर करीब 11 हजार 8 सौ बांध और तालाब बनाकर पानी का संरक्षण शुरू किया. इसमें उन्होंने राज्य सरकार से कोई सहायता नहीं ली. सिर्फ चंदे से ही इस काम को अंजाम दिया हैं. बता दें कि राजेंद्र सिंह अभी जल बिरादरी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है जिन्होंने मैग्सेसे अवार्ड भी जीता है.
जिले के दौरे पर आए वाटर मेन राजेन्द्र सिंह ने बताया कि आज भारत बेपानी हो रहा है. बाढ़ और सूखे के सबके खतरे बढ़ते जा रहे है. भारत की भूमि पर पड़ने वाली एक-एक बूंद को सहेज कर बचानी पड़ेगी. आज मिस मैनेजमेंट के कारण पानी की बर्बादी, पर्यावरण की अशुद्ता सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है. दुनिया का तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए ही होगा. भारत पानी के स्रोतों में विश्व गुरु था. लेकिन शिक्षा के दायरे ने यह खो दिया है.