रिवरफ्रंट की ग्रैंड लॉन्चिंग की तैयारी कोटा.चंबल हेरिटेज रिवरफ्रंट 1200 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो रहा है, जो अपने अंतिम पड़ाव पर है. इसके बाद इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा. लेकिन इससे पहले इसके ग्रैंड लॉन्चिंग की तैयारी की जा रही है और इसके लिए नगर विकास न्यास अभी से ही जुट गया है. वहीं, विदेशों में इसकी भव्यता की बात पहुंचाने के लिए विदेशी राजनयिकों को भी लॉन्चिंग कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा जाएगा. साथ ही राजस्थान की कैबिनेट बैठक भी रिवरफ्रंट के इनॉग्रेशन के लिए कोटा में आयोजित की जा रही है. जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर प्रदेश के सभी मंत्री, मुख्य सचिव से लेकर सभी विभागों के प्रिंसिपल सेक्रेटरी व अन्य अधिकारी भी यहां मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही तीन दिवसीय विशेष कार्यक्रम की भी योजना है. जिसमें रिवरफ्रंट पर कार्निवल भी आयोजित की जाएगी.
आयोजन में कई तरह के बैंड का होगा वादन -रिवरफ्रंट की ग्रैंड लॉन्चिंग कार्यक्रम में आरएसी व आर्मी से लेकर कई तरह के बैंड का वादन यहां पर करवाया जाएगा. साथ ही कई तरह की परेड भी आयोजित होगी. यूआईटी अधिकारियों का कहना है कि अभी फाइनल कार्यक्रम नहीं हुआ है, लेकिन 2 से 3 दिन का एक कार्यक्रम रहेगा. जिसमें लगातार सैकड़ों की संख्या में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. यह कार्यक्रम भी पूरे रिवरफ्रंट पर अलग-अलग हिस्से में आयोजित होंगे, ताकि हर एक हिस्से की लॉन्चिंग इस कार्यक्रम के जरिए की जा सके.
विदेशी पर्यटकों को लुभाने का है मकसद -यूआईटी का ग्रैंड लॉन्चिंग कार्यक्रम के जरिए विदेशी पर्यटकों को लुभाने का मकसद है. रिवरफ्रंट के जरिए कोटा को पर्यटन सिटी और विश्व के मानचित्र पर लाना है. इसी अनुसार इसकी लॉन्चिंग भी की जा रही है इसके आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया शुरू से ही कहते हुए हैं कि यहां पर विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल का निर्माण किया जा रहा है. इस बार कई विश्व रिकॉर्ड है. विश्व के हेरिटेज को एक जगह दिखाया गया है. इसके अलावा कई घाट अलग-अलग थीम पर यहां पर बनाए गए.
बिल्डिंग के अनुसार मिलेगा भोजन - वर्ल्ड हेरिटेज स्ट्रीट में एक बड़ा मेटल का ग्लोब भी लगाया गया है. इस ग्लोब में विश्व के लोगों के चेहरे और वेशभूषा के अनुसार दिखाया गया है. यहां पर विश्व के 9 इमारतों में उन्हीं के इलाके का भोजन खिलाया जाएगा. लालकिला, लूव्र म्यूजियम, इटली का ट्रेवी फाउंटेन, थाईलैंड के चाचोएंगसाओ प्रांत के प्राचीन मंदिर वाट सोथोन वारराम वोराविहान, दक्षिणी भारत का गोपुरम टेंपल भी है. रेड फोर्ट में मुगलई खाना मिलेगा, इटालियन ट्रेवी फाउंटेन में इटालियन रेस्तरां, चाइनीज पगोड़ा में चाइनीज और ब्रिटेन के वेस्टमिंस्टर एबे में बेकरी रहेगी.
रिवरफ्रंट पर हर स्थापत्य कला को जगह - रिवरफ्रंट पर एक टेंट सिटी भी बनाई गई है. साथ ही लाल, पीला, जैसलमेर, मारवाड़ व धौलपुर के पत्थर से लेकर अलग-अलग स्थापत्य कला के स्ट्रक्चर तैयार किए गए. यहां पर अलग-अलग थीम पर पूरे देश की स्थापत्य कला नजर आएगी. राजस्थान के मारवाड़, मेवाड़, ढूंढाड़, बांगड़, बृज, हाड़ौती, किशनगढ़, शेखावटी और गोदवार की सभी इलाकों की स्थापत्य कला और संस्कृति को यहां पर दर्शाया गया है. यहां तक की मुगल शैली के कई काम यहां पर करवाए गए हैं. इन सब की अलग-अलग जगह पर मौजूदगी दिखाने के लिए स्ट्रक्चर खड़े किए गए हैं.
यूआईटी सचिव बोले कर रहे हैं विस्तृत प्लानिंग -नगर विकास न्यास के सचिव राजेश जोशी का कहना है कि जून के अंतिम सप्ताह में ही रिवरफ्रंट की सौगात कोटा की जनता को देने की योजना है. इसके लिए विस्तृत प्लानिंग नगर विकास न्यास बना रहा है. इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ-साथ पूरी कैबिनेट कोटा आएगी और पृष्ठभूमि लॉन्चिंग कार्यक्रम में शिरकत करेंगी. राजेश जोशी का यह भी कहना है कि रिवरफ्रंट पर कई कार्निवल आयोजित किए जाएंगे. यह कार्निवल लॉन्चिंग लॉन्चिंग के समय शुरू होंगे जो, बाद में भी यहां पर चलेंगे.
टेंडर के जरिए दिया जाएगा सिक्योरिटी और मैनेजमेंट का काम -रिवरफ्रंट को पूरी तरह से सीसीटीवी से लैस भी किया जा रहा है. साथ ही इसके ऑपरेशन एंड मैनेजमेंट के लिए पूरी बिल्डिंग बंद कर तैयार करवाई जा रही है. जिसमें सीसीटीवी से मॉनिटरिंग के साथ-साथ रिवर फ्रंट पर सिक्योरिटी स्टाफ और पर्यटकों की सेफ्टी पर नजर रखी जाएगी. इनके लिए कई टेंडर नगर विकास न्यास अलग-अलग कर रहा है. जिसमें शुल्क वसूलने से लेकर यहां पर संचालित होने वाले रेस्टोरेंट और एरिया में एंट्री को लेकर है. इसके साथ ही बोट की सुविधा भी रिवरफ्रंट के एक छोर से दूसरे छोर पर जाने के लिए रहेगी.
यहां बन रहे विश्व रिकॉर्ड
- विश्व की सबसे बड़ी बेल यहां पर तैयार की जा रही है. यह मेटल की बेल होगी, जो कि विश्व में सबसे वजनी और लटकने वाली बेल भी होने वाली है. यह बेल खुद अपने आप में कई रिकॉर्ड बना रही है.
- वर्ल्ड के सबसे ऊंचे मार्बल के स्ट्रक्चर को भी कोटा में तैयार किया जा रहा है. यह चंबल माता की मूर्ति होगी जो कि बैराज गार्डन में तैयार की जा रही है.
- विश्व का सबसे बड़ा नंदी भी यहां पर स्थापित किया गया है, यह भी पत्थर से बनाया गया है.
- विश्व का सबसे बड़ा मुखौटा भी रिवरफ्रंट पर तैयार किया गया है, जवाहरलाल नेहरू के मुखोटे के जरिए रिवरफ्रंट को देखा जा सकेगा.
- रिवरफ्रंट पर व्यक्ति के योग्य करते हुए की मुद्रा में एक स्ट्रक्चर तैयार किया है. यह स्ट्रक्चर सामने की तरफ से देखने पर नजर नहीं आता है, अदृश्य हो जाता है. यह इसकी खासियत है. साइड की तरफ से देखने पर ही यह नजर आता है.
- वर्ल्ड हेरिटेज स्पीड भी यहां पर तैयार की गई है जिसमें विश्व की 9 प्रसिद्ध इमारतों को यहां पर खड़ा किया गया है. साथ ही इन इमारतों में उन्हीं की स्टाइल के रेस्टोरेंट भी तैयार करवाए जा रहे हैं.
- कोटा में रिवर फ्रंट का यह सारा निर्माण 3 साल के भीतर ही किया गया है. ऐसे में इतने बड़े स्ट्रक्चर को महज 3 साल में तैयार करना भी एक रिकॉर्ड जैसा ही है.
- विदेशों की तर्ज पर बड़े सैकड़ों जेट पंप वाले फव्वारे भी यहां पर लगेंगे. जिनमें लाइटिंग भी की जा रही है, ऐसे में रात के समय इन खबरों को देखना भी लोगों को सुखद अनुभव देगा. इनमें दो विश्व के सबसे बड़े फव्वारे भी बनने जा रहे हैं.
- रिवरफ्रंट पर वाटर पार्क भी तैयार किया गया है. ऐसे में वहां पर भी लोग वाटर स्पोर्ट्स का आनंद ले सकेंगे.
- रिवरफ्रंट की खासियत में टेंट सिटी भी यहां पर विकसित की जा रही है. जिसमें पर्यटक रात रुक कर टेंट में रहकर रिवरफ्रंट ही दिन और रात की खूबसूरती का आनंद उठा सकेंगे.
- योग आध्यात्मिक, बाल, हाड़ौती भगवत गीता, पुस्तक, साहित्य सहित 26 घाट यहां वन रहे है. एंप्लीथिएटर, एलईडी गार्डन, लेजर शो, स्कल्पचर पार्क का भी लुफ्त उठा सकेंगे.