कोटा.राजस्थान के के इटावा कस्बे में 5 दिन पहले अखाड़ा बालाजी मंदिर में स्थित शिवलिंग को 8 जुलाई की रात को अज्ञात समाज-कंटकों ने तोड़ने का मामला सामने आया था.इसके विरोध में सोमवार को इटावा में विश्व हिंदू परिषद ने अपना विरोध जताते हुए इटावा कस्बे को बंद रखा है.
मंदिर में तोड़फोड़ का मामला, इसमें इटावा व्यापार संघ ने भी विश्व हिंदू परिषद का सहयोग किया है. विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं.मामले के अनुसार मंदिर तोड़ने के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था और पुलिस और प्रशासन को जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा था.
हालांकि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर हिंदू संगठनों ने आज इटावा कस्बे को बंद रखा है. ऐसे में इटावा कस्बा पूर्णतयः बंद है. व्यापारियों ने सहयोग करते हुए अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले और वे अपनी दुकानों के बाहर ही बैठे हैं.
पूरे कस्बे में शांति बनाए रखने के लिए बड़ी मात्रा में पुलिस बल और आरएसी तैनात की गई है.विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री इंद्रराज सिंह का कहना है कि मंदिर तोड़े जाने की घटना को पुलिस और प्रशासन हल्के में ले रहा है. जबकि इससे पूरे हिंदू समाज में आक्रोश है.
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया और न ही किसी तरह की कार्रवाई की गई है. इसके विरोध नहीं हमने इटावा कस्बे को बंद रखा है. अगर पुलिस इसी तरह से शांत बैठी रही तो हम पूरी पीपल्दा तहसील को बंद करेंगे. उसके बाद धरना प्रदर्शन भी शुरू करेंगे.