करौली. कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से करौली जिले के मंडरायल उपखंड से होकर गुजर रही चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से मंडरायल और करणपुर क्षेत्र के गांव टापू बन गए (Karauli villages becomes island) हैं. लोगों का आपस में संपर्क टूट गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री रमेश मीणा ने जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन की बैठक ली. उन्होंने अधिकारियों को मौके पर पहुंच कर वास्तविक स्थिति पर नजर रखने के सख्त निर्देश दिए हैं.
साथ ही प्रभावित क्षेत्र में रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और राशन सहित हर प्रकार से मदद करने के लिए निर्देश दिए (Ramesh Meena directs officials) हैं. मंत्री रमेश मीणा ने आपदा प्रबंधन की बैठक लेने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में हालात खराब है. किसी भी प्रकार की जनहानि ना हो और लोगों के पास हर प्रकार की मदद पहुंचे, इसे लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार से हेलीकॉप्टर, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस टीम सहित किसी भी प्रकार की मदद की जरूरत है, तो सरकार से अधिकारी मांग करें. सरकार की ओर से हर संभव मदद की जाएगी.
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मीणा ने अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार हर तरीके से आपदा प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए तैयार है, लेकिन जिला प्रशासन ने सरकार के पास किसी भी प्रकार की डिमांड नहीं भेजी है. मंत्री ने बताया कि उन्होंने खुद प्रभावित इलाकों का दौरा किया है, हालात खराब हैं. लोगों से कनेक्टिविटी नहीं हो पा रही है. उनके मोबाइल काम नहीं कर रहे हैं. प्रशासन ने सरपंचों पर खाने की व्यवस्था का जिम्मा सौंप दिया है. मंत्री ने कहा कि एसडीआरएफ की टीमें बढ़ाने की आवश्यकता है. बैठक में जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक नारायण टोंगस सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.