जोधपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा चुनावों को देखते हुए रविवार को जोधपुर में जिले के नेताओं की नब्ज टटोली. संगठन के पदाधिकारियों के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिले के सभी 6 कांग्रेसी विधायकों दिव्या मदेरणा, मनीषा पंवार, मीना कंवर, किशना राम बिश्नोई, हीराराम मेघवाल और महेंद्र सिंह बिश्नोई के साथ आधी रात के बाद सर्किट हाउस में मुलाकात की.
बातचीत में सभी से धरातल पर क्या चल रहा है, इस आर चर्चा हुई. बाकी कामों और योजना के असर पर बात हुई. करीब एक घंटे तक सभी विधायक सीएम के साथ रहे. इसके बाद बाहर निकले, लेकिन दिव्या मदेरणा वापस अंदर गई करीब एक घंटे तक सीएम से मुलाकात की. तड़के तीन बजे तक सीएम का मुलाकात का दौर चला. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को भी कुछ लोगों से सर्किट हाउस मिले और दोपहर 2:00 बजे करीब गंगापुर सिटी के लिए रवाना हो गए. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. ऑब्जर्वर के दौरे हो रहे हैं. एआईसीसी की स्क्रीनिंग कमेटी भी प्रदेश में दौरा कर चुकी है. ऐसे में सीएम अपने जिले को लेकर भी गंभीर है.
जिले के सभी एमएलए से मिले सीएम दिव्या की मुलाकात ने सबको चौंकाया : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इससे पहले कभी सभी विधायकों से साथ नहीं मिले. दिव्या मदेरणा भी पूरे साढ़े चार साल में सीएम के सिर्फ एक बार कार्यक्रम में शामिल हुईं, लेकिन रविवार रात अचानक लंबी मुलाकात ने सभी को चौंकाया है. क्योंकि यह माना जाता रहा है कि गहलोत और मदेरणा परिवार में बनती नहीं है. दिव्या मदेरणा कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व में विश्वास रखती है. गत वर्ष 25 सितंबर को हुए कांग्रेस के घटनाक्रम के बाद दिव्या ने गहलोत के खासम खास नेताओं पर जमकर हमला किया था.
पढ़ें :Rajasthan Assembly Election 2023 : प्रधान से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने गोविंद सिंह डोटासरा के सामने हैं ये बड़ी चुनौतियां
एआईसीसी के सर्वे में पांच विधायक हार रहे हैं : जिले में गहलोत सहित कुल सात कांग्रेस के विधायक हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया है कि एआईसीसी के सर्वे में दिव्या मदेरणा और अशोक गहलोत की ही जीत सुनिश्चित बताई गई है. शेष पांच के हारने की आशंका जताई गई है. गत दिनों जयपुर आई कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने हार की आशंका वाले बाकी के पांच विधायकों को वन टू वन बात करने के लिए बुलाया था, लेकिन विधायकों ने सामूहिक रूप मिलने की बात कही. क्योंकि उनके टिकिट अशोक गहलोत तय करेंगे. माना जा रहा है कि गहलोत ने सभी से उनकी मौजूदा स्थिति जानी है, उनको कुछ टिप्स भी दिए होंगे.
जिले के चेहरे बदलने की कवायद : कांग्रेस से जुड़े जानकारों का कहना है कि गलत बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पांच नए चेहरे मैदान में उतरे थे, पांचों ने चुनाव जीता. इस बार भी कुछ बदलाव हो सकते हैं. जिले में दो से तीन सीटिंग एमएलए के टिकिट भी काटे जा सकते है. इसके अलावा जिन सीटों पर हार हुई है वहां भी नए चेहरे का प्रयोग किया जा सकता है. सबसे ज्यादा परेशानी सूरसागर और फलोदी सीट को लेकर है, जिनके चेहरे बदलने के लिए कांग्रेस को बहुत एडजस्ट करना पड़ेगा.
रामलाल मेघवाल को कहा- चुनाव लड़ोगे क्या? : रविवार शाम को जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उम्मेद स्टेडियम आए तो वहां पर जालोर के पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल भी मौजूद थे. मेघवन ने मुख्यमंत्री को एक पत्र दिया, उस समय मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या इस बार चुनाव लड़ोगे तो मेघवाल ने कहा कि साहब आपका आशीर्वाद हुआ तो लडूंगा. मेघवाल 2008 में जालोर से विधायक निर्वाचित हुए थे.