बिलाड़ा (जोधपुर).विधानसभा क्षेत्र में हिरण शिकार की घटना थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक ओर प्रशासन और आमजन कोरोना महामारी से जंग लड़ा रहा है, तो वहीं रात के अंधेरे में शिकारी बेखोफ होकर वन अधिनियम 1972 की अवहेलना करते हुए खुले हिरणों का शिकार कर रहे हैं. बिते एक सप्ताह में बिलाड़ा वन मंडल क्षेत्र में दो जगह हिरण शिकार की घटनएं सामने आए हैं. ताजा घटना रविवार रात की है, जब शिकारी ने हिरण का शिकार किया. वहीं इस मामले में शिकारी पकड़े जा चुके हैं.
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बिशनोई टाईगर फोर्स संगठन मंत्री ओमप्रकाश लोल ने बताया कि रविवार मध्यरात्रि को बिसलपुर गांव के पास वन्यजीव प्रेमी ओमप्रकाश डारा, भीयाराम डारा, बुधाराम डारा, कानाराम डारा ने सुचना दी कि रात के अंधेरे में खेतो की ओर से बन्दुक की गोली चलने की आवाज सुनाई दी. इसके बाद उस दिशा में जाने पर एक शिकारी जो आर्मी पोशाक पहना हुआ था, वो भागने लगा, जिसका पीछा कर पकड़ लिया गया और उससे पूछताछ करने पर बाइक, बंदुक, मृत हिरण, खेतों के पास बने डेरे में चाकू और कई आपत्तिजनक वस्तुएं मिले. इसके बाद वन विभाग को इसकी सूचना दे दी गई.
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शिकार की सुचना पर वन विभाग उड़न दस्ता रेंजर अशोकाराम पंवार और डांगियावास थानाधिकारी लिलाराम भी मय जाब्ता के साथ पंहुचे और कार्यवाहक बिलाड़ा क्षेत्रीय वन अधिकारी जवानाराम चौधरी और उनकी टीम ने पकड़े गए शिकार के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.