झुंझुनूं. लोकसभा चुनावों के लिए गुरुवार शाम को घोषित किए गए भाजपा प्रत्याशियों में से वर्तमान सांसद संतोष अहलावत का टिकट काट मंडावा विधायक नरेंद्र खीचड़ को टिकट दिए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है.
टिकट कटने पर अहलावत का छलका दर्द...बोली- जन्म से भाजपा कार्यकर्ता हूं फिर भी ऐसा हुआ
लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा की पहली लिस्ट में नारी शक्ति सम्मान पाने वाली झुंझुनू सांसद संतोष अहलावत का टिकट कटकर मंडावा विधायक को दे दिया गया. इसके बाद अहलावत ने पहला बयान जारी किया है.
देश के सर्वश्रेष्ठ 25 सांसदों में शामिल होने वाली और नारी शक्ति सम्मान पाने वाली झुंझुनू सांसद संतोष अहलावत का टिकट कटना समर्थकों व स्थानीय लोगों को रास नहीं आया. शुक्रवार को सूरजगढ़ कस्बे में सांसद अहलावत के निवास पर जिले भर से आए समर्थकों व जनप्रतिनिधियों का जमावाड़ा लग गया.
इस दौरान हुई समर्थकों की बैठक में भाजपा संगठन व शीर्ष नेतृत्व के प्रति लोगों में नाराजगी नजर आई. इस दौरान सांसद संतोष अहलावत की आँखों में टिकट ना मिलने का दर्द साफ़ साफ़ दिखाई दिया. वहीं सांसद संतोष अहलावत ने उन्हें शांत करते हुए कहा की पार्टी ने उनका टिकट क्यों काटा है, ये उनकी समझ से परे है. वे उनकी भावनाओ का सम्मान करती है. शीर्ष नेतृत्व तक उनकी भावनाओ को पहुंचाएगी.
हालांकि सांसद संतोष अहलावत ने पार्टी की खिलाफत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात से जरूर इनकार कर दिया है. अब तो आने वाले कुछ समय बाद ही पता चल पाएगा की झुंझुनू जिले की जनता दोबारा इस लोकसभा की सीट पर कमल खिलाएगी या कांग्रेस के हाथ में अपनी बागडोर सौंपेगी.