झुंझुनूं.मंडावा में विधानसभा चुनाव 2018 से पहले भाजपा अपने जनसंघ से लेकर अब तक के इतिहास में कभी भी जीत नहीं दर्ज कर पाई थी. उस मिथक को तोड़ने वाले मंडावा के भाजपा विधायक नरेंद्र खीचड़ को भारतीय जनता पार्टी ने झुंझुनूं लोकसभा से सांसद का उम्मीदवार बनाया है.
राजस्थान से एकमात्र महिला सांसद होने के बावजूद संतोष अहलावत का टिकट इसलिए काट दिया गया. क्योंकि उनका भाजपा में जबरदस्त अंदरुनी विरोध हो रहा था. वहीं दूसरी तरफ मंडावा के वर्तमान विधायक जिनको सांसद का उम्मीदवार बनाया गया है. वे पूरी तरह से भाजपा में निर्विवाद हैं. नरेंद्र खीचड़ ने कांग्रेस के कद्दावर जाट नेता और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामनारायण चौधरी की पुत्री रीटा चौधरी को दूसरी बार लगातार हराया था. खीचड़ ने पहले निर्दलीय के रूप में भी रीटा चौधरी को शिकस्त दी थी.
हालांकि यह भी सच है कि नरेंद्र खीचड़ को जब भाजपा ने टिकट नहीं दी तो वे विधायक का चुनाव बागी होकर भी लड़ने से नहीं चूके थे. उन्होंने निर्दलीय के रूप में चुनाव भी जीता. हालांकि बाद में पूरी तरह से भाजपा के पक्ष में हो गए और राज्यसभा चुनाव में भी भाजपा का ही साथ दिया था. इसके चलते इस बार वसुंधरा राजे ने अपनी रैली के दौरान ही खीचड़ को पार्टी का उम्मीदवार बता दिया था. इसके बाद नरेंद्र विधानसभा चुनाव जीतकर वसुंधरा के विश्वास पर खरा भी उतरे थे.