रानीवाड़ा (जालोर). रानीवाड़ा क्षेत्र में बेसहारा पशुओं में इस समय खुरपका रोग का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. आवारा पशुओं में टीकाकरण नहीं होने के कारण आवारा गायों एवं सांड़ों में तेजी से संक्रमण फैला है. पातालेश्वर गौशाला सेवाड़ा संचालित प्रभुसिह ऊमट ने बताया कि सेवाड़ा गांव कि करीब 300 से अधिक गाय करवाड़ा गांव में स्थित हेमाराम जांगू के कृषि फार्म पर गायों को चराने के लिए लाई हुई है, जहां पर करवाड़ा एवं सेवाड़ा की करीब 80 आवारा गायों के खुरपका रोग हो गया है. गोभक्त हेमाराम जांगू और ग्रामीणों एंव पशु डॉक्टर भजनलाल, पारसाराम देवासी, भगराज चौधरी, सांवलाराम देवासी, संदीप, विरेन्द्र, सुभाष कुमार द्वारा गायों का इलाज किया गया है.
इलाज से अधिकतर गाय ठीक भी हो गई हैं. साथ ही प्रत्येक दिन पशुपालन विभाग के डॉक्टरों की ओर से एवं ग्रामीणों की सहायता से इलाज जारी है. वहीं प्रभुसिह ऊमट ने कहा कि रानीवाड़ा क्षेत्र के कई गांवों में कई दिनों से बेसहारा पशुओं में खुरपका रोग फैला है. इससे पशुओं के पैरों में सूजन आने से चला फिरा नहीं जाता है. पशु भूख-प्यास से दम तोड़ रहे हैं. आवारा पशुओं की देखभाल के अभाव में स्थिति ज्यादा खराब है. उन्होंने कहा कि गांव में पशु उपस्वास्थ्य केन्द्र स्थित है, लेकिन विभागीय उच्च अधिकारी वहां पर किसी भी प्रकार की दवाओं की सप्लाई नहीं करवा रहे हैं. इस संबंध में कई विभागीय अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
इससे सरकार की नि:शुल्क दवा योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. वहीं गांव के लोग अपने पैसे से आवारा पशुओं का बाजार से दवा लाकर उपचार करवा रहे हैं. लोगों को दवा लेने के लिए करीब 15 से 20 किमी दूर रानीवाड़ा या फिर सांचौर शहर में जाना पड़ता है. प्रभुसिह ने पशु पालन विभाग के उच्चाधिकारियों से उपस्वास्थ्य केन्द्र में खुरपका रोग सहित सभी प्रकार दवा शीघ्र भिजवाने एवं आवारा पशुओं के टीकाकरण करवाने की मांग की है.
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