रानीवाड़ा (जालोर).प्रदेश के रानीवाड़ा से एक बड़ी खबर सामने आई है. जिले के सरनाऊ गांव के एक खेत में भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है. हेलीकॉप्टर की लैंडिग के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. मौके पर अभी भी लोग मौजूद हैं. हेलीकॉप्टर के पायलट के मुताबिक तकनीकी गड़बड़ी की वजह से इमरजेंसी लैंडिग करनी पड़ी है.
हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग वायुसेना का आज 88वां स्थापना दिवस...
बता दें कि भारतीय वायुसेना का आज 88वां स्थापना दिवस है. वायुसेना दिवस के मौके पर इस बार भी शानदार परेड और भव्य एयर शो का आयोजन हुआ. वायुसेना हिंडन बेस पर अपने शौर्य का प्रदर्शन किया. वायुसेना के लड़ाकू विमानों और जवानों ने हवा में हैरतअंगेज करतब दिखाए. वायुसेना के लड़ाकू विमानों के बेडे़ में शामिल हुए राफेल ने पहली बार आसमान में अपनी ताकत दिखाई. इसके साथ ही तेजस, चिनूक और अन्य लड़ाकू विमानों ने आसमान में करतबबाजी की.
एक अप्रैल 1933 को पहली उड़ान...
भारतीय वायु सेना की स्थापना आठ अक्टूबर 1932 को हुई थी. पहली बार वायुसेना ने एक अप्रैल 1933 को उड़ान भरी थी. पहला ऑपरेशन वजीरिस्तान में कबाइलियों के खिलाफ था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर वायुसेना दिवस की शुभकामनाएं दीं. राजनाथ सिंह ने कहा हम आधुनिकीकरण और स्वदेशीकरण के जरिए भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुझे विश्वास है कि चाहे कुछ भी हो भारतीय वायुसेना हमेशा राष्ट्र के आसमान की रक्षा करेगी.
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भारतीय वायुसेना दिवस के 88वें स्थापना दिवस के मौके पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पूर्वी लद्दाख में वायुसेना की युद्ध संबंधी तैयारियों का जिक्र किया. एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने हवाई योद्धाओं की हालिया गतिरोध के दौरान उत्तरी सीमा में त्वरित तैनाती के लिए प्रशंसा की तथा किसी भी तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए बहुत कम समय में लड़ाकू साजो सामान की तैनाती के बारे में भी बात की.
वायुसेना प्रमुख ने दिया भाषण...
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि बल ने अपने संकल्प, अभियान क्षमता और जरूरत पड़ने पर अपने दुश्मन से प्रभावी तरीके से निपटने की इच्छाशक्ति का 'स्पष्ट' तरीके से प्रदर्शन किया है.पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच पांच महीने तक गतिरोध के हालात बने रहे. इस बीच वायुसेना ने किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिहाज से क्षेत्र में महत्वपूर्ण तैनातियां की हैं.
वायुसेना दिवस के अवसर पर हिंडन में आयोजित कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख ने कहा, 'उत्तरी सीमाओं पर हाल के गतिरोध के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए मैं सभी वायु योद्धाओं की सराहना करता हूं, तब हमने किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए अपने लड़ाकू साजो सामान को अल्प सूचना पर तैनात किया तथा भारतीय सेना के लिए तैनाती और जीवनाधार की सभी आवश्यकताओं के लिए सक्रिय समर्थन प्रदान किया.'
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उन्होंने कहा कि हाल ही में बेड़े में शामिल राफेल, चिनूक और अपाचे जंगी विमानों से शत्रुओं से मुकाबला करने की हमारी क्षमता में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है. वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने कहा, 'हमने अपने संकल्प, अपनी संचालन क्षमता और प्रतिकूल परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने की इच्छाशक्ति का स्पष्ट रूप से प्रदर्शन किया है.'