जयपुर.राजधानी में गुरुवार को गिरफ्तार किए गए शातिर वाहन चोरों ने पूछताछ के दौरान गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में खुलासा किया. साथ ही बताया कि वह राजधानी के जवाहर सर्किल और उसके आस-पास के इलाके से वाहन चुराते और फिर उन्हें लेकर दौसा पहुंचाते. दौसा पहुंचाने के बाद चुराए गए वाहनों को अलवर के मेवात इलाके में जाकर बेचने का काम किया जाता.
गैंग के सदस्य मेवात में ग्रामीण इलाकों में जाकर महज 2 हजार से लेकर 5 हजार रुपए में चुराए गए वाहनों को बेच दिया करते. पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए गैंग के सदस्य चुराए गए वाहनों को उन इलाकों में बेचा करते थे, जहां पर पुलिस की पहुंच न हो.