जयपुर. देश में प्लास्टिक इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए 11 सितम्बर से केंद्र सरकार द्वारा एक अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत केंद्र सरकार राजधानी में प्लास्टिक को पूरी तरह से बैन करेगी.
प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक वहीं इस अभियान को सफल बनाने के लिए केंद्रीय कैबिनेट सचिव ने सभी राज्यों के मुख्यसचिवों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए है. जयपुर सचिवालय से मुख्यसचिव डीबी गुप्ता इस वीडियों कॉन्फ्रेंस से जुड़े थे.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 तक देश को सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह बंद करने का लक्ष्य रखा है. ऐसे में इस लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में दो अक्टूबर से देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन किया जा रहा है. इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए मंत्रालय भी पूरे जोर-शोर से जुट गया है.
ऐसे में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इस अभियान को सफल बनाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रदेश के सभी मुख्य सचिवों को इस अभियान को सफल बनाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए है.
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वीडियो कॉन्फ्रेंस में 11 सितंबर से एक अक्टूबर तक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. वहीं दो अक्टूबर को श्रमदान और प्रतिज्ञा, तीन अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक एकत्रित प्लास्टिक अपशिष्टओं का पुनर्चक्रण और प्रभावी निपटाने के लिए समस्त जिलों को विभागीय कार्य योजना बनाकर गतिविधियां आयोजित किए जाने के निर्देश दिए गए.
इस अभियान के जरिए केंद्र सरकार ने यह तय किया है कि महात्मा गांधी की 150वीं जन्मतिथि पर 10 हजार टन सिंगल यूज प्लास्टिक को इकट्ठा किया जाएगा और इसका निस्तारण किया जाएगा. इस 10 हजार टन प्लास्टिक का बड़ा हिस्सा रिसाइकल करके दोबारा इस्तेमाल में लाया जाएगा. वहीं बचे हुए प्लास्टिक में से थोड़े से प्लास्टिक को सड़क बनाने में इस्तमाल किया जाएगा.
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इस अभियान में स्कूल-कॉलेजों को भी जोड़ा जाएगा. सभी शिक्षण संस्थाओं को सिंगल यूज प्लास्टिक में सामान की पैकिंग और उसकी बिक्री रोकने के निर्देश दिए गए है. यूजीसी और सीबीएसई कॉलेजों और स्कूलों में निर्देश जारी किया गया है. मोदी सरकार की यह कोशिश है कि इस अभियान को प्रभावी रूप से लागू किया जाए. जिससे इसका परिणाम भी धरातल पर नजर आए. हालांकि राजस्थान में प्लास्टिक पर पहले से ही बेन है.