जयपुर. राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों में अब लगभग 1 साल का समय बचा है. ऐसे में खोई हुई (PM Modi Visit to Mangarh Dham) सत्ता को हासिल करने के लिए भाजपा ने चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस में खुले रूप से सामने आई अंतर्कलह का फायदा उठाने के लिए बीजेपी ने इसकी शुरुआत बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम से कर दी. यहां आदिवासी वोटरों को साधने के साथ पीएम नरेंद्र मोदी राजस्थान में इस बात का भी संदेश दिया कि इस बार पार्टी किसी प्रदेश के नेता के चेहरे पर नहीं, बल्कि उनके खुद के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी.
मोदी-शाह थामेंगे चुनावी कमान :राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी वोटरों के बीच जाकर उनकी नब्ज टटोलने में लग गई है. चुनावों को लेकर जहां राज्य बीजेपी की इकाई गहलोत सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करने में लगी है. वहीं, बीजेपी के केंद्र के प्रमुख चेहरों को भी चुनावी अभियान में उतारने का खाका तैयार कर लिया गया है. बीजेपी जनता से जुड़ने के लिए बूथ स्तर पर स्ट्रेटेजी बना रही है. बीजेपी की चुनावी रणनीति के तहत 1 नवंबर यानी आज प्रधानमंत्री मानगढ़ धाम पहुंचे. पीएम के बाद गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्र के प्रमुख चेहरे प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में दिखाई देंगे.
प्रधानमंत्री करेंगे राजस्थान में चुनावी शंखनाद पीएम मोदी ने इसलिए बांसवाड़ा को चुना :1 नवंबर को बांसवाड़ा में पीएम की सभा (BJP plan for Rajasthan Vidhan Sabha Election 2023) अचानक तैयार हुआ कार्यक्रम नहीं है. इसके पीछे करीब 6 महीने का अध्ययन और एक बड़ी चुनावी रणनीति है. मानगढ़ धाम का चुनाव करने के पीछे पीएम मोदी का मास्टर माइंड मैनेजमेंट है. बांसवाड़ा को इसलिए चुना गया क्योंकि इसकी सीमा गुजरात और एमपी से सटी हुई है. दोनों ही राज्यों की सीमा जहां मिलती है वहां पर आदिवासी बेल्ट ही है. गुजरात में जल्द ही चुनाव होने हैं और अगले साल ही एमपी में भी विधानसभा चुनाव होंगे. इन तीन राज्यों के आदिवासी बेल्ट को एक साथ साधने की तैयारी की जा रही है.
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राजस्थान में विधानसभा चुनाव अगले साल के अंत में होने हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री की यात्रा ने निश्चित रूप (PM Mangarh Dham Visit for Tribals) से आदिवासी क्षेत्र में पार्टी को मजबूती प्रदान की है. राजस्थान में आठ जिले बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, राजसमंद, सिरोही, प्रतापगढ़ और पाली इस क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं. यहां कुल 37 विधानसभा क्षेत्र हैं. 37 में से 21 सीटें भाजपा के पास हैं, जबकि कांग्रेस के पास 11, निर्दलीय 3 और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के पास 2 सीटें हैं. राजस्थान के आदिवासी क्षेत्र में बीटीपी का प्रभाव बढ़ता देख अब बीजेपी की निगाहें आदिवासी वोट बैंक पर हैं.
आदिवासियों के लिए पीएम का भागीरथ प्रेम : पीएम के दौरे से पहले राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि मानगढ़ धाम आदिवासियों की आस्था का प्रमुख केंद्र है. यही वजह है कि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से मानगढ़ धाम में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. मानगढ़ धाम ब्रिटिश सेना की ओर से 1913 में नरसंहार के लिए जाना जाता है. इसमें गोविंद गुरु के नेतृत्व में लगभग 1500 आदिवासियों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी. नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मानगढ़ धाम के विकास के लिए जो कल्पना की थी, वह अब भारत के प्रधानमंत्री के रूप में एक वास्तविकता में बदल जाएगी.
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राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि प्रधानमत्री भारत की संसकृतिक पुनर्स्थापित करने का काम कर रही है. ये किसी भगीरथ प्रयत्न से कम नहीं है. पहली संभावना जताई जा रही है कि जिस तरह से पीएम के दौरे से पहले राज्य सरकार से पूरा फीडबैक लिया जा रहा है, इसके अनुसार पीएम मोदी मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा घोषित कर बड़ा दाव खेल सकते हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री की नीतियां बताती हैं कि किस तरह से वो आदिवासियों के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं. मानगढ़ सभा के भले ही कितने ही राजनितिक मायने निकालें, लेकिन पीएम मोदी का काम उनके निर्णय हमेशा देश के उत्थान और खास तौर से आदिवासियों के लिए रहे हैं. इस सभा से उनका संदेश आदिवासियों के बीच में जाएगा.
शेखावाटी और जोधपुर में पीएम मोदी के दौरे :बीजेपी के आंतरिक सर्वे में राजस्थान में भाजपा की सबसे ज्यादा स्थिति (PM Modi Visit to Rajasthan) शेखावाटी और जोधपुर में ही खराब है. शेखावाटी से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा आते हैं, जबकि जोधपुर सीएम गहलोत का जिला है. शेखावाटी के सीकर, चूरू और झुंझुनू में कुल 21 विधानसभा सीटें हैं. इनमें 18 पर आज भी कांग्रेस का ही कब्जा है. जोधपुर संभाग में कांग्रेस को 16 और बीजेपी को 13 सीटें मिली थीं. ये वो संभाग हैं जहां बीजेपी को कम सीटें मिलीं, जबकि अजमेर संभाग में कांग्रेस को 13 और भाजपा को भी 13 सीटें मिली हैं.
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कोटा संभाग में भाजपा कांग्रेस से आगे रही थी. यहां कांग्रेस ने 7 और बीजेपी 19 सीटें हासिल की थीं. बीकानेर संभाग में कांग्रेस 11 और बीजेपी 10 सीटों पर जीती. वहीं उदयपुर संभाग में कांग्रेस 10 तो बीजेपी 15 सीटों पर जीती थी. हालांकि, जयपुर संभाग में कांग्रेस को 25, बीजेपी को 16 सीटें मिली थीं. पार्टी के लिए जोधपुर, शेखावाटी और जयपुर पर विशेष प्लान तैयार किया हुआ है. ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले 1 साल में यहां के वोटरों को भाजपा अपने पक्ष में लेने के लिए पीएम मोदी की सभा समेत अन्य कई बड़े आयोजन करेगी.