जयपुर. प्रदेश में मंगलवार को तेज बारिश से जहां एक तरफ लोगों को गर्मी से राहत मिली. वहीं ओले, आंधी और तेज बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. किसानों की मेहनत की फसल कहीं खेतों में तो कहीं मंडियों में बर्बाद हो गई. कोटा की भामाशाहमंडी में एक लाख से अधिक बोरी अनाज भीग गया.
राजस्थान में कई जगह अंधड़ और ओलावृष्टि...15 लोगों की मौत...किसानों की फसल बर्बाद
राजस्थान में चक्रवात ने शाम को मौसम पलट दिया. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से उठी नम हवाओं के टकराव से मौसम पलट गया. मौसम के बदले मिजाज से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली. वहीं तेज बारिश, ओले और आंधी के चलते अन्नदाताओं की फसलें चौपट हो गई. मौसम के कहर से प्रदेशभर में 15 लोगों की जानें भी चली गई.
साथ ही भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकारी कांटे पर 8 हजार बोरी गेंहू भीग गया. इससे किसानों को करीब 29 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. क्योंकि अधिकारियों ने गेंहू खरीदने से मना कर दिया था.
एक तरफ मौसम का बदला मिजाज जहां किसानों के लिए मुसीबत बन गया. वहीं दूसरी ओर प्रदेशभर में बारिश और आंधी के कारण अलग-अलग जगहों पर कुल 15 लोगों की मौत हो गई. इनमें जयपुर में 4 लोगों की, झालावाड़ में 4 बच्चों, बूंदी में 2, उदयपुर में 2, राजसमंद में 1, बारां में 1, भीलवाड़ा में 1 व्यक्ति की मौत हो गई. तेज बारिश आंधी-तूफान के कारण प्रदेशभर में जगह-जगह पेड़ सड़कों पर गिर गए.