जयपुर. भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने अब प्रदेश में राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे महंगाई राहत कैंप की जिम्मेदारी उठाई है. एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के निर्देश पर राजस्थान इकाई के कार्यकर्ताओं को 33 जिलों और 15 घोषित जिलों में समन्वयक नियुक्त किया गया है. कार्यकर्ताओं को नई जिम्मेदारी देते हुए जोड़े रखने की भी कवायद की गई है.
प्रदेशवासियों को महंगाई से राहत देने के लिए राज्य सरकार की ओर से 24 अप्रैल से महंगाई राहत कैंपों की शुरुआत की गई थी. राज्य सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार इन कैंपों में गारंटी कार्ड वितरण का आंकड़ा 6 करोड़ के पार जा पहुंचा है. जबकि 1.32 करोड़ से ज्यादा परिवारों को अब तक लाभान्वित किया जा चुका है. वहीं अब चुनावी वर्ष में राज्य सरकार के इस तीर को ब्रह्मास्त्र बनाने और महंगाई राहत कैंप के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलवाने की जिम्मेदारी एनएसयूआई ने उठाई है.
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एनएसयूआई प्रदेश प्रभारी गुरजोत संधू ने 48 जिला समन्वयकों की सूची जारी की है, जो अपने प्रभार वाले जिले में महंगाई राहत कैम्पों पर निगरानी भी रखेंगे. साथ ही आम जनता की मदद भी करेंगे. राजधानी जयपुर में शिवराज पचेरवाल को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा सीकर में दो कार्यकर्ताओं को जिला समन्वयक नियुक्त किया गया है. महंगाई राहत कैंप के मद्देनजर बनाए गए जिला समन्वयकों की सूची सोशल मीडिया पर भी प्रसारित की गई है. सूची में जिला समन्वयक के जिला, नाम के साथ-साथ मोबाइल नंबर भी दिया गया है. ताकि आम जनता उनसे सीधा संपर्क कर सके.
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आपको बता दें कि महंगाई राहत कैंपों में इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना के तहत अब तक 45.70 लाख रजिस्ट्रेशन हुए हैं. जबकि मुख्यमंत्री निशुल्क घरेलू बिजली योजना में 76.27 लाख, निशुल्क कृषि बिजली योजना में 8.68 लाख, अन्नपूर्णा योजना में 85.14 लाख, ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में 52.80 और शहरी रोजगार गारंटी योजना में 4 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं.