जयपुर.भरतपुर जिले के हलैना में रोडवेज बस में पेशी पर ले जाए जा रहे हार्डकोर बदमाश कुलदीप जघीना की गोली मारकर हत्या के मामले की जांच पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच के आईजी प्रफुल्ल कुमार को सौंपी गई थी. उन्होंने इस मामले की जांच रिपोर्ट डीजीपी उमेश मिश्रा को सौंप दी है. अब इस पूरे घटनाक्रम की अग्रिम जांच विजिलेंस को सौंपी गई है. विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट में जयपुर जेल के साथ ही रोडवेज बस को एस्कॉर्ट करने वाली भरतपुर जिले के हलैना थाने की टीम और कृपाल जघीना हत्याकांड के मुकदमे की जांच कर रहे अनुसंधान अधिकारी की खामियों को भी इंगित किया गया है.
जांच रिपोर्ट में किसकी क्या खामी बताई -
- भरतपुर जेल प्रशासन ने कुलदीप और उसके साथी को जयपुर जेल भेजने के दौरान अपने लेटर में उन्हें हार्डकोर बताया था, लेकिन जयपुर जेल के कर्मचारियों ने इसे नजर अंदाज करते हुए उन्हें सामान्य बंदियों की तरह रिकॉर्ड में दर्ज किया. इसी कारण उन्हें जयपुर से भरतपुर हर बार पेशी पर सामान्य बंदी की तरह रोडवेज बस से भेजा गया.
- कृपाल जघीना हत्याकांड की जांच कर रहे अनुसंधान अधिकारी की भी खामी इस रिपोर्ट में बताई गई है. उन्हें पूरे मामले की जानकारी थी और कुलदीप के हार्डकोर बदमाश होने की जानकारी थी. लेकिन उन्होंने कभी भी आरोपियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस से पेशी की मांग नहीं की. वो पब्लिक प्रोसिक्यूटर से अनुरोध कर वीसी से पेशी की मांग कर सकते थे.
- कुलदीप और उसके साथी जिस बस में थे. उसे एस्कॉर्ट करने वाली भरतपुर के हलैना थाने की एस्कॉर्ट टीम का भी इस जांच रिपोर्ट में चूक बताई गई है.