राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

वकीलों का विधानसभा घेराव 13 को, पीले चावल बांटकर वकीलों को दिलाएंगे संकल्प - राजस्थान लेटेस्ट न्यूज

एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने (Lawyers protest on March 13 ) की मांग को लेकर वकील 13 मार्च को विधानसभा का घेराव करेंगे.

Lawyers protest on March 13,  Lawyers protest on March 13 in jaipur
वकीलों का विधानसभा घेराव 13 को.

By

Published : Mar 8, 2023, 8:41 PM IST

जयपुर.प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग को लेकर वकील 13 मार्च को विधानसभा का घेराव करेंगे. घेराव में वकीलों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए दी बार एसोसिएशन जयपुर सहित अन्य बार एसोसिएशनों के पदाधिकारी गुरुवार से पीले चावल बांटकर अधिवक्ताओं को संकल्प दिलाएंगे.

दी बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष कमल किशोर शर्मा ने बताया कि महापंचायत में लिए गए निर्णय के पालन में विधानसभा का घेराव किया जाएगा. इसमें प्रदेशभर से 25 हजार से ज्यादा वकील जुटेंगे. इसके अलावा एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं होने तक वकील अपना आंदोलन जारी रखेंगे. पोस्टकार्ड अभियान के जरिए भी वकील सीएम से जल्द से जल्द प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने के लिए कहेंगे. इस दौरान बुधवार को भी जयपुर मेट्रो, जयपुर जिला, रेवेन्यू कोर्ट, जेडीए ट्रिब्यूनल व अन्य कोर्ट में वकीलों ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया और अपना आंदोलन जारी रखा.

पढ़ेंः वकील बोले, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू होने तक जारी रहेगा न्यायिक बहिष्कार

वकील 20 फरवरी से ही एडवोकेट्स प्रोटेक्शन की मांग को लेकर न्यायिक कार्य के बहिष्कार पर हैं. राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव प्रहलाद शर्मा का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने हाईकोर्ट में जनहित याचिका पेश की थी. जिसमें सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता ने प्रोटेक्शन एक्ट को विधानसभा से पारित कराने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक इसे पारित नहीं किया गया है. वहीं अधिवक्ता विकास सोमानी का कहना है कि वकीलों की सुरक्षा का मामला कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था. ऐसे में सरकार को इसे लागू करना चाहिए. वकीलों को न्यायिक कार्य बहिष्कार वापस लेने के लिए उनकी सर्वोच्च संस्था बीसीआई व बीसीआर भी अपील कर चुके हैं, लेकिन वकीलों ने महापंचायत में प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं होने तक अपना आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details