कोटपूतली (जयपुर). राजस्थान में 20 अप्रैल से मॉडिफाइड लॉकडाउन क्या शुरु हुआ. बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, हालांकि इसके तहत कुछ विशेष क्षेत्रों में ही लॉकडाउन से छूट प्रदान की गई है, लेकिन लोगों में इसको लेकर कई भ्रांतिया देखी गई. वहीं कोटपूतली में इसे सही तरीके से समझे बिना ही लोग बाजारों में उमड़ पड़े. विशेषकर बैंक और ई मित्र केंद्रों पर बैंक खातों में आई पेंशन को लेने के लिए पहुंचे, इस दौरान किसी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया.
मॉडिफाइड लॉक डाउन के पहले दिन बाजार में उमड़ी भीड़ अधिकारियों का कहना है कि खाते में आई पेंशन की रकम खाताधारक की ही है और उसे वापस लेने का कोई कारण मौजूद नहीं है. इस रकम को लॉकडाउन के बाद में भी निकाल सकते हैं, लेकिन रकम के चक्कर में अभी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं की गई, तो इतने दिन की लॉकडाउन की तपस्या बेकार चली जाएगी.
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इसी संदर्भ में डाक विभाग ने भी घोषणा की है कि जनधन खातों, डीबीटी और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की पेंशन के लिए खाताधारकों को बैंक आने की जरूरत नहीं है. डाकियों के मार्फत ये रकम इंडियन पोस्टल पेमेंट बैंक खाताधारकों को घर बैठे पहुंचा देगा और वो भी बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के. वहीं पोस्टल विभाग ने भी लोगों से अपील की है कि बेवजह की भीड़ इकट्ठा न करें और डाकियों से घर बैठे रकम प्राप्त करें.
बैठक में कई विषयों पर हुई चर्चा बैठक में कई विषयों पर हुई चर्चा
कोटपूतली की पंचायत समिति सभागार में ब्लॉक स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें राशन वितरण, लॉक डाउन-सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाने, गांवों में स्क्रीनिंग की प्रगति रिपोर्ट और पेयजल समस्या के निराकरण के संबंध में निर्णय लिए गए. साथ ही पीपीई किट, सेनिटाइजर, मास्क की उपलब्धता, क्वारेंटाइन सेंटरों पर आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता के बारे में भी चर्चा हुई. वहीं उपखंड अधिकारी ने हर ग्राम पंचायत स्तर पर स्थापित कोरोना पंचायत कोर ग्रुप की बैठक आयोजित करने और राज्य सरकार की एडवायजरी की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए.