जयपुर.राजधानी जयपुर की विद्याधर नगर थाना पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर ज्वेलर से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने शनिवार को वांछित हार्डकोर अपराधी देवराज उर्फ़ देवेंद्र को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने ज्वैलर को फोन करके एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी, फिरौती नहीं देने पर गोगामेड़ी जैसा हाल करने की धमकी दी थी.
पहले से दर्ज हैं तीन दर्जन प्रकरणः डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा डूडी के मुताबिक आरोपी ने भरतपुर जेल से ही दोनों ज्वेलर्स को फोन किया था. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से तकनीक आधार पर पता करके भरतपुर पुलिस को सूचना दी गई थी. जयपुर पुलिस और भरतपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया है. आरोपी के खिलाफ चोरी, लूट, डकैती, नकबजनी, धमकाने जैसे संगीन अपराधों के तीन दर्जन से अधिक प्रकरण पहले से ही दर्ज हैं.
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डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा ने बताया कि विद्याधर नगर इलाके के ज्वैलर को 19 दिसंबर को फोन करके स्वयं को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का आदमी बताते हुए एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई थी. फिरौती नहीं देने पर गोगामेड़ी जैसा हाल करने की धमकी मिलने के मामले में जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ और एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चंद्र बिश्नोई के निर्देशन में मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की गई. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एडिशनल डीसीपी नॉर्थ दिनेश शर्मा और एसीपी शास्त्री नगर राजेश कुमार जांगिड़ के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गई.
भरतपुर जेल से मांगी रंगदारीः पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी आधार पर फोन पर धमकी देने वाले आरोपी का पता लगाया. आरोपी की ओर से भरतपुर जेल से ही जयपुर और उसी दिन भरतपुर के एक ज्वैलर को फोन से धमकी देखकर रंगदारी मांगने का मामला सामने आया. इसके बाद भरतपुर पुलिस को सूचना देकर संयुक्त कार्रवाई की गई. आरोपी देवराज उर्फ़ देवेंद्र को भरतपुर जेल से अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट करवाया गया था. विद्याधर नगर थाना पुलिस ने आरोपी को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है. आरोपी से पूछताछ की जा रही है.
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पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी भरतपुर जेल में रहने के दौरान जेल में आने वाले अखबारों के विज्ञापनों में से ज्वेलर्स के नंबर देखकर फोन करके रंगदारी मांगी थी. रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी थी. आरोपी के खिलाफ चोरी, लूट, डकैती, नकबजनी और धमकाने जैसे संगीन अपराधों के 36 प्रकरण दर्ज है. आरोपी वर्ष 2014 से अपराधी गतिविधियों में लिप्त है.