जयपुर.आवारा जानवरों की समस्या जयपुर के लिए कोढ़ साबित हो रही है. विशेषकर आवारा कुत्तों की समस्या पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है. लेकिन जयपुर नगर निगम का इस समस्या की ओर ध्यान नहीं है. लापरवाही का आलम यह है कि जयपुर के जयसिंहपुरा खोर में बने श्वान घर में तैनात अधिकारी और कर्मचारी अधिकतर समय गायब रहते हैं. ईटीवी भारत की टीम जब यहां पहुंची तो कर्मचारियों के नाम पर कुछ ठेकेदार के कर्मचारी ही मिले. लेकिन इनका ठेका खत्म होने से ये भी यहां से जाने की तैयारी में दिखे.
आवारा कुत्तों से जयपुरवासी परेशान, श्वान घर से कर्मचारी नदारद - rajasthan
नगर निगम की लापरवाही आमजन पर भारी. श्वान घर होने के बाद भी, शहरवासी आवारा कुत्तों की समस्या का कर रहे हैं सामना. ठेका खत्म होने से और बढ़ेगी परेशानी.
यहां किया जाता है बधियाकरण
दरअसल नगर निगम के इस श्वान घर में शहर से पकड़कर लाए गए आवारा कुत्तों का बधियाकरण किया जाता है. फिर उन्हें वापस छोड़ दिया जाता है. लेकिन जब इस कार्यालय में कर्मचारी ही अधिकतर गायब रहते हैं तो यहां कार्य कैसे होता है, यह भी एक सवाल है. वहीं आवारा कुत्तों को पकड़ने का ठेका खत्म होने पर उसका समय से नवीनीकरण नहीं किया जाना, जिम्मदारों की मंशा बता रहा है. अब यदि शहर में किसी पर्यटक या स्थानीय नागरिक के साथ कोई हादसा होता है तो इसके लिए नगर निगम जिम्मेदार होगा.