जयपुर. राजस्थान में बरसात का सीजन शुरू होने के साथ ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. 1 हफ्ते पहले 20 से 30 प्रति किलो बिकने वाला टमाटर अब 50 से 60 रु. प्रति किलो मंडी में बिक रहा है. वहीं होल सेल रेट में मंडी से टमाटर की खरीद 20 से 30 रु. प्रति किलो हो रही है. पिछले महीने 5 से 10 रु. प्रति किलो थी. प्रदेश में अचानक टमाटर की कीमतों में आई तेजी के बाद जायका पसंद लोगों को स्वाद की चिंता सता रही है.
पहले मंडी में 10 रु. किलो था टमाटरः जयपुर की मुहाना मंडी में मई के महीने में टमाटर का भाव 10 प्रति किलो था, जो अब 40 रु. प्रति किलो हो चुका है. वहीं लाल कोठी समेत अन्य सब्जी मंडियों में टमाटर 50 से 60 रु. प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है. मुहाना फल सब्जी मंडी अध्यक्ष राहुल तंवर ने कहा कि फिलहाल टमाटर हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र से राजस्थान पहुंच रहा है. जिसके ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा ज्यादा होने के कारण यह महंगा हो रहा है. वहीं स्थानीय सप्लाई बरसात की बाद से न के बराबर हो रही है.
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देसी टमाटर का सीजन खत्मः जयपुर के सब्जी विक्रेता गिरवर सिंह ने बताया कि बरसात की शुरुआत के साथ ही देसी टमाटर में कीड़ा लगना शुरू हो जाता है. ऐसे में किसान टमाटर की पुरानी पौध को खत्म कर देते हैं. जिसके कारण मंडी में टमाटर के भाव ऊंचे चले जाते हैं. जयपुर के आसपास चौमूं इलाके से सबसे ज्यादा सब्जियां पहुंचती है. इस क्षेत्र में बीते दिनों बरसात के बाद हल्की खट्टे और पीलापन लिए हुए देसी टमाटर की आवक बिल्कुल बंद हो गई है. मंडी में फिलहाल राजस्थान के बाहर से आने वाला हाइब्रिड टमाटर या फिर हिमाचल प्रदेश से आने वाला टमाटर ही मौजूद है. ऐसे में इसकी कीमत ज्यादा होने के कारण अब ग्राहकों को रसोई के बजट की चिंता सता रही है.
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सलाद की प्लेट से टमाटर गायबः जयपुर के रेस्टोरेंट कारोबारी अनिल अग्रवाल ने बताया कि टमाटर महंगा होने के बाद वेजिटेबल सलाद की प्लेट से टमाटर गायब होने लगा है. प्याज और खीरे के साथ पत्ता गोभी और धनिया एवं पुदीना फिलहाल वेजिटेबल सलाद में परोसा जा रहा है. चौमूं क्षेत्र के गोविंदगढ़ में टमाटर की पैदावार करने वाले किसान पंकज ने बताया कि अब टमाटर की नई पौध बरसात के बाद लगाई जाएगी. जिसकी उपज सितंबर में आएगी. ऐसे में जुलाई और अगस्त के आधे महीने तक टमाटर के लिए यूपी से आने वाली सप्लाई पर निर्भर रहना होगा. उसके बाद मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के नाशिक से भी टमाटर आना शुरू हो जाएगा. देसी टमाटर की अगली उपज बरसात का दौर थमने के बाद सितंबर के महीने से शुरू होगी. तब तक टमाटर की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा.
हरी सब्जियों की कीमतों में उछालःबरसात के बाद टमाटर ही नहीं दूसरी सब्जियों की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है. जयपुर की मुहाना सब्जी मंडी में हरी सब्जियों के दाम में भी उछाल आया है. इन सब्जियों की कीमतों में औसत 20 से 50 रु. प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है. मंडी कारोबारी महंगी हुई सब्जियों के पीछे उत्पादन को प्रभावित होना बड़ी वजह बता रहे हैं. बारिश के कारण खेतों से मंडी तक आपूर्ति नहीं हो पा रही है. जयपुर में अदरक 180 से लेकर 200 रु. प्रति किलो के भाव चल रही है. वहीं फूलगोभी 40 से 50 रुपए प्रति किलो है, तो पत्ता गोभी भी 50 रु. से ऊपर प्रति किलो मिल रही है. इसी तरह से टिंडे 60 रुपए प्रति किलो, भिंडी 50 रुपए प्रति किलो और पालक 60 रुपए प्रति किलो की दर से मिल रही है. मंडी में लौकी और कद्दू फिलहाल 40 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है.