चाकसू (जयपुर).जिले के शिवदासपुरा थाना पुलिस ने प्यार के जाल में फंसाकर पैसे ऐंठने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने हनीट्रैप में फंसा कर लाखों रुपये की डिमांड करने वाली शातिर गैंग की एक महिला, पति सहित अन्य 2 सदस्यों के साथ गिरफ्तार किया है. शिवदासपुरा थाना प्रभारी इन्द्रराज मरोडिया के अनुसार यह गैंग एक व्हाट्सएप व मोबाइल पर लोगों से महिला से दोस्ती गांठकर बाद में झूठे रेप के मामले में फंसाने की धमकी (ब्लैकमेल कर) उसने लाख रुपये ऐंठने का काम करती है.
हनी ट्रैप में फंसाकर लोगों से पैसा ऐंठने वाली गैंग का पर्दाफाश पुलिस ने गिरोह में शामिल महिला उसके पति सहित 2 अन्य सदस्य को गिरफ्तार किया है. वहीं पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लाख रुपये और देशी कट्टा बरामद किया है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से जांच पड़ताल में जुटी है. गैंग के 2 फरार मास्टर माइंड की पुलिस को अभी तलाश जारी है.
ये है मामला
शिवदासपुरा पुलिस ने हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश करते हुए बताया कि 31 जुलाई को थाने में पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें एक महिला द्वारा आगे से दोस्ती का प्रस्ताव रखा और बाद में उसके साथियों के साथ मिलकर बलात्कार के मुकदमें में फसाने की धमकी देकर 20 लाख रुपये मांगे जा रहे थे. वहीं पांच लाख रुपये पहले ही ले चुके थे. बाकी पैसै देने का दबाव बना रहे थे. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए परिवादी को 1 लाख रुपये गैंग को देने की योजना बनाकर गैग के सदस्यों को लालसोट से गिरफ्तार किया गया.
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आरोपियों में 28 वर्षीय महिला निवासी गंगापुर सिटी जिला सवाईमाधोपुर हाल निवासी गोवर्धन विलास उदयपुर हाल गोनेर पुलिया शिवदासपुरा, राजेन्द्र उर्फ राज निवासी छार्रा गंगापुर सिटी जिला सवाईमाधोपुर हाल निवासी गोवर्धन विलास उदयपुर, सोनू गुर्जर निवासी गंगापुर सिटी जिला सवाईमाधोपुर व योगेन्द्र निवासी नयापुरा (बड़ागांव) नादौती जिला करौली को ब्लैकमेल की एक लाख रुपये राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. साथ ही उनके कब्जे से एक देशी कट्टा भी बरामद किया है.
वहीं वारदातों के दौरान काम में ली जाने वाली एक स्विफ्ट डिजाइर कार भी बरामद की गई. ये सभी आरोपी इज्जतदार व पैसे वाले लोगों के मोबाइल नंबर की जानकारी लेकर महिला द्वारा फैसबुक व व्हाटसएप पर आगे से दोस्ती का प्रस्ताव देकर फिर वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग कर मोटी रकम ऐंठते थे.
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बता दें कि सभी आरोपी ब्लैकमेलिंग से मिलने वाली रकम का बंटवारा प्लानिग से करते थे. जिसमें महिला का हिस्सा पचास प्रतिशत तय था. वहीं उसके सहयोगी पति का तीस प्रतिशत व शेष का दस-दस प्रतिशत के हिसाब से बांटते थे. पुलिस ने बताया कि फिलहाल गैंग के 2 मास्टर माइंड मोसिन व आसिफ पीड़ित से 5 लाख रुपये लेने के बाद से ही फरार हैं, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.