जयपुर. उमंग और उल्लास का पर्व होली के त्यौहार में महज दो दिन रह गए है. लेकिन इसके रंग बाजारों सहित लोगों पर अभी से चढ़ने लगे है. बाजारों में गुलाल, पिचकारी सहित अलग-अलग प्रकार की सामग्री देखने को मिल रही है. लेकिन इस बार बाजार सुस्त नजर आ रहा है.
गुलाबी नगर में इस बार व्यापारियों के लिए होली का रंग पड़ सकता है फीका, ये है कारण
जयपुर में उमंग और उल्लास का पर्व होली के त्यौहार आने में महज दो दिन रह गए है. लेकिन इसके रंग बाजारों सहित लोगों पर अभी से चढ़ने लगे है. बाजारों में गुलाल, पिचकारी सहित अलग-अलग प्रकार की सामग्री देखने को मिल रही है.
बाजार में मंदी का कारण महंगाई बताया जा रहा है. जिस वजह से व्यापारियों के चेहरे मायूस है. जीएसटी के कारण भी माल 25 फीसदी तक महंगा हुआ है. पानी में कैप्सूल डालते ही 12 तरह के अलग अलग रंग के पानी का नजारा, गुलाल पिचकारी, हर्बल गुलाल लोगों के लिए इस बार होली के पर्व पर काफी लुभा रही है. आकाशीय कलर फाग फाइटर रंगों की बरसात करेगा, तो इस बार मिसाइल और टैंक से भी रंग की गोली चलेगी.
त्रिपोलिया बाजार के व्यापारी सीताराम रंगवाला ने बताया कि बीते साल होली के कई दिनों पहले से रंग, गुलाल की मांग आती थी. इस बार बाजार में जीएसटी और अन्य वजहों से रुपयों की रोटेशन के चलते लोग माल खरीदने पर इस पर्व में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. डोरेमन, मोटू-पतलू, कार्टून वाली पिचकारियां बच्चे पसंद कर रहे हैं. हर्बल रंगों का फाग फाइटर भी लोगों को लुभा रहा है. वहीं आर्गेनिक गुलाल के पैकेट भी लोग एक दूसरे को गिफ्ट देने के लिए खरीद रहे हैं.