जयपुर.हत्या, लूट, डकैती जैसे संगीन वारदातों को अंजाम देकर वारदातों की सजा भुगत रहे कैदियों ने समाज के लिए एक नई मिसाल पेश की है. पूरा विश्व कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है और कोरोना वायरस से लड़ने में विभिन्न प्रोफेशन से जुड़े हुए लोग दिन-रात डटे हुए हैं. कोरोना वायरस को हराने के लिए जब पूरा देश एकजुट होकर लड़ रहा है. तो ऐसे में कैदियों ने भी इस लड़ाई में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए और समाज को कुछ अच्छा देने की पहल करते हुए जेल में हैंड सैनिटाइजर बनाने का महत्वपूर्ण काम शुरू किया है.
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सांगानेर स्थित खुली जेल में कैदियों के द्वारा किस प्रकार से हैंड सैनिटाइजर तैयार किया जा रहा है, इसे देखने और हैंड सैनिटाइजर बनाने की पूरी प्रक्रिया को जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम खुली जेल पहुंची.
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प्रतिदिन 5 हजार लीटर सैनिटाइजर होगा तैयार
डीआईजी जेल विकास कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि सांगानेर खुली जेल में कैदियों द्वारा तैयार किया जा रहा हैंड सैनिटाइजर कोरोना वॉरियर्स और आमजन तक पहुंचाया जाएगा. विकास कुमार ने बताया कि कैदियों द्वारा तैयार किया जा रहा हैंड सैनिटाइजर जयपुर सेंट्रल जेल शॉप 'आशाएं' में उपलब्ध रहेगा. जहां से कोई भी व्यक्ति हैंड सैनिटाइजर को सरकार द्वारा जारी की गई कीमत पर खरीद सकेगा. सांगानेर खुली जेल में प्रतिदिन 5 हजार लीटर हैंड सैनिटाइजर का उत्पादन किया जाएगा. जो 100ml से लेकर 500ml तक की बोतल में बाजार में उपलब्ध रहेगा. डीआईजी जेल विकास कुमार ने बताया कि सांगानेर खुली जेल में फैक्ट्री का संचालन करने के पीछे तीन मुख्य उद्देश्य है.
- कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने और बाजार में हैंड सैनिटाइजर की आपूर्ति को लगातार बनाए रखना.
- कैदियों को समाज की मुख्यधारा में पुन: विस्थापित करते हुए आजीविका का साधन मुहैया कराना.
- इसके माध्यम से वर्तमान में 70 लोगों को रोजगार दिया जा रहा है.
कोरोना से लड़ाई में दे रहे योगदान