जयपुर. राजस्थान में एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस के मिथक को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एड़ी चोटी का दम लगा रहे हैं. ऐसा वो मानते हैं. यही वजह है कि मिशन 156 का जिक्र उन्होंने किया. अपने फेवरेट टॉपिक सचिन पायलट पर भी बोले. नाम लिए बगैर जो कहना था, जो उन तक पहुंचाना था पहुंचा दिया. पायलट के सरकार रिपीट नहीं होने के स्टेटमेंट का भी जवाब दिया. दावा किया कि राजस्थान में भले ही सरकार रिपीट नहीं होती लेकिन पांच साल बाद जब दूसरी पार्टी की सरकार बनती है, तो जनता 6 महीने में ही कांग्रेस के कामों को याद करने लगती है. वो मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर देखने की इच्छा करने लगती है. यही कारण था कि चाहें साल 2009 हो या फिर साल 2018 जनता ने कांग्रेस की सरकार बनाई.
टारगेट 156- मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जनता की आवाज खुदा की आवाज होती है और वही जनता कांग्रेस की सरकार भी बनाती है. मुझे मुख्यमंत्री भी. गहलोत बोले हमारा रास्ता साफ है. सीएम ने पुराने दिनों को याद कर अपनी योग्यता का बखान किया. कहा- जब मेरे प्रदेश अध्यक्ष रहते 1998 में सरकार बनाई थी. हम 156 सीटें लेकर आए. ठीक वैसे ही अब मैं एक बार फिर मिशन 156 लेकर चलना चाहता हूं.
पढ़ें- Republic Day 2023: विभिन्न जिलों में फहरा तिरंगा, पहली बार PCC मुख्यालय नहीं पहुंचे CM गहलोत
बजट को बताया शानदार-गहलोत ने कहा कि हमारे 4 बजट शानदार रहे हैं और इस बार भी शानदार बजट आएगा. हमारी योजनाओं को लेकर कुछ राज्यों की सरकारें हमसे बात भी कर रही हैं. हमारे सभी फैसले देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं. मुद्दा छोटा हो या बड़ा हो वो Example बन गया. गहलोत ने कहा कि अगर मैं मिशन 156 की बात कर रहा हूं तो सोच समझकर कह रहा हूं. यह सिलसिला टूटना चाहिए की सरकार रिपीट नहीं होती.
गॉड गिफ्ट की बात-गहलोत ने ईश्वरीय वरदान की बात की. सीएम ने कहा कि मिशन 156 के लिए मैंने जान लगा दी है, सरकार चलाने में कोई कमी नहीं रखी है. रात दिन एक कर दिया है. मैं अंतिम सांस तक सेवा करूंगा. गहलोत ने कहा कि मुझे यह गॉड गिफ्ट है कि मैं जो बोलता हूं वो दिल की बात जुबान पर आती है. मुझे लगता है कि जनता इस बार हमारा साथ देगी.
पहले इस कारण हारे-मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 2003 में हमें कर्मचारियों ने हरा दिया. उस समय मैं नया था और हो सकता है कि दोनों ही पक्षों की गलती रही हो और हमारी सरकार नहीं बनी. 2013 में पूरे देश में मोदी लहर थी इसके चलते हमारी सरकार नहीं बनी. लेकिन हमने जनता के लिए काम करने में कभी कमी नहीं छोड़ी. उन्हीं कामों को याद करके हमारी सरकार 2009 और 2018 में बनी. गहलोत ने कहा कि 2009 और 2018 में जो सरकार आई उसके पीछे कारण यह था कि लोगों ने पुरानी सरकार को याद किया और हमारी सरकार जाते ही 6 महीने में हमें याद करने लग जाते हैं कि पुरानी सरकार ही अच्छी थी. हमारी सरकार आने का वह भी एक बड़ा कारण होता है.
गहलोत ने कहा कि सरकार आने के बाकी कारण भी होते हैं. हमारी पार्टी संघर्ष करती है, सड़कों पर उतरती है. 2018 में भी सरकार कांग्रेस की ही आनी चाहिए और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बनना चाहिए, यही पब्लिक की आवाज है. उन्होंने कहा कि इस बार न तो पब्लिक में सरकार के प्रति नाराजगी है, न कर्मचारियों में नाराजगी है, न मोदी की हवा है. ऐसे में मैं उम्मीद करता हूं कि पब्लिक मेरा साथ देगी.
हॉर्स ट्रेडिंग का लगाया आरोप- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आ रहे हैं, मोहन भागवत आ रहे हैं जिन्होंने राजस्थान और अशोक गहलोत को टारगेट बनाया हुआ है. इनकी हॉर्स ट्रेडिंग की मास्टरी है. यह सरकार गिरा देते हैं, लेकिन राजस्थान में इनकी पोल पट्टी चल नहीं पाई. गहलोत ने कहा कि अगर प्रदेशवासी और विधायक मेरा साथ नहीं देते तो आज मेरी सरकार नहीं होती और आज मैं मुख्यमंत्री के रूप में खड़ा ही नहीं होता. गहलोत ने कहा कि अगर विधायक मेरा साथ नहीं देते तो मेरे दिल में जो भावना थी, मैंने जो फैसले किए उनसे मैं वंचित रह जाता. यह जो फैसले हमने किए वह लागू ही नहीं हो पाते. चाहे ओल्ड पेंशन स्कीम हो चिरंजीवी योजना हो या फिर अन्य योजनाएं इन योजनाओं के बेनेफिशरी को एमएलए का एहसान मानना चाहिए कि उन्हीं के कारण मेरी सरकार बची है.
जनता कहती है कि हमारा मुख्यमंत्री भला है- गहलोत ने पार्टी की एकजुटता को लेकर कहा कि हमारी पार्टी में अंतिम वक्त चुनाव तक एकता रहेगी. मुझे यह उम्मीद है कि सब लोग समझ जाएंगे कि जनता का मूड क्या है और सब मिलकर मैदान में उतरेंगे तो हम मिशन 156 लागू करेंगे और उसमें कामयाब होंगे. गहलोत ने कहा कि 4 साल बाद सरकार विरोधी लहर नहीं है. जनता कहती है मुख्यमंत्री भला है और राजनीति मुझे आती नहीं है. मैं राजनीति नहीं करता, सेवा की राजनीति करता हूं सेवा की राजनीति ही सबसे बड़ी राजनीति है.
सीएम गहलोत का कामयाबी मंत्रः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि वे किसी भी काम में कामयाबी के लिए पागलपन की हद तक काम करने के पैरोकार हैं. गहलोत ने कहा कि देश में कई लोग 24 घंटे की राजनीति करते हैं और वे भी उनमें से एक हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी काम को दिल लगाकर करना चाहिए. सीएम ने कहा कि कामयाब होना है तो पागलपन की हद तक काम करना होगा. उन्होंने कहा कि जो काम करो उसे पागलपन की हद तक करो, तभी कामयाब हो सकते हो.