जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर मानगढ़ धाम के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा (CM Gehlot reviewed Meeting of Mangarh Dham) की. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि आदिवासियों के तीर्थ मानगढ़ धाम के विकास के लिए राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है. इसे राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित कराने की दिशा में भी राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है.
उन्होंने राज्य सरकार की ओर से मानगढ़ धाम पर करवाए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए. साथ ही 1 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावित बांसवाड़ा दौरे के लिए आवश्यक तैयारियां पूरी करने के भी निर्देश दिए. सीएम गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री को दो बार पत्र लिखकर राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित करने की मांग की है.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को लिखा स्मरण पत्र: सीएम गहलोत ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर (CM Gehlot letter to PM) बताया कि साल 1913 में मानगढ़ में गोविन्द गुरू के नेतृत्व में एकत्रित वनवासियों पर ब्रिटिश सेना ने फायरिंग की. इस फायरिंग में 1500 से अधिक वनवासियों ने अपना बलिदान दिया. वनवासियों के बलिदान औक गोविन्द गुरु के योगदान को रेखांकित करने के लिए राज्य सरकार ने मानगढ़ धाम में जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय बनाया है. पत्र में आगे सीएम ने लिखा कि जनजाति/आदिवासी बहुल क्षेत्र बांसवाड़ा, डूंगरपुर आदि जिलों के जनप्रतिनिधियों की ओर से मानगढ़ को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किए जाने की मांग की जा रही है . पूर्व में 08 अगस्त, 2022 को भी इस मांग को लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया था.