हनुमानगढ़.देश में लॉकडाउन 3.0 का मंगलवार को दूसरा दिन है. लॉकडाउन के कारण देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रवासी मजदूर, छात्र और पर्यटक फंसे हुए हैं, लेकिन लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की हालत बेहद खराब है. रोजी-रोटी तो छिन चुकी है, वे घर भी नहीं लौट पा रहे हैं. हनुमानगढ़ के जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर मंगलवार को एक बेहद मार्मिक नजारा दिखा जहां एक मां ने हाथ जोड़कर कहा कि प्रशासन उसके बच्चों को वापस ला दे वरना वह मर जाएगी.
लॉकडाउन में बुरी हालत गरीब प्रवासी मजदूरों की है. जिनके पास न तो मजदूरी रही, न ही रहने और खाने का कोई ठिकाना है. ऐसी सूरत में एक ही बात उनको राहत दे सकती है वो घर वापसी लेकिन परिजनों की लाख कोशिशों के बावजूद ये भी नहीं हो पा रहा है. हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर कार्यालय में प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों कोई अपने परिजन की वापसी की गुहार लगाता दिखा तो मां अपने बच्चों को वापस लाने के लिए बेचैन दिखी. वहीं कई लोग अपनी मां की घर वापसी के लिए जद्दोजहद करता दिखा.
यह भी पढ़ें.Special: लॉकडाउन में महिलाओं की सेनेटरी पैड की समस्या को दूर कर रही टीम 'पैडमैन'