डूंगरपुर. रूस और यूक्रेन के बीच 3 दिनों से युद्ध (War between Russia and Ukraine) चल रहा है. यूक्रेन की राजधानी कीव बम धमाकों से दहला हुआ है. कीव में 3 दिनों से डूंगरपुर की एक मेडिकल स्टूडेंट भी फंसी हुई है. उसके साथ 500 से ज्यादा भारतीय स्टूडेंट भी मौके पर मौजूद हैं.
डूंगरपुर की छात्रा जीनी पटेल ने कहा की तीन दिन पहले वह उद्ग्रोज से कीव पहुंच गई थी. उसी समय रूस ने यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू कर दिया. रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव तक आ गई है. जीनी ने बताया की पहले दिन वह रेलवे स्टेशन पर फंसी रही. अभी उन्हें कीव में इंडियन एंबेसी के पास एक स्कूल में रखा है.
कीव में 500 छात्रों समेत फंसी डूंगरपुर की बेटी यह भी पढ़ें- Russia Ukraine crisis : यूक्रेन से राजस्थानी स्टूडेंट्स को लाएगी गहलोत सरकार, धीरज श्रीवास्तव को बनाया नोडल ऑफिसर
उन्होंने बताया कि हर मिनट में स्कूल और एंबेसी के आसपास बम के धमाके हो रहे हैं. जहां देखो बम विस्फोट, आग और धुआं दिखाई दे रहा है. सड़कों पर गोलीबारी, सेना के टैंक चल रहे हैं. जीनी पटेल ने बताया की बम के धमाकों से सभी डरे हुए हैं. एंबेसी में ऑफिसर भी कोई जवाब नही दे रहे हैं. जब भी बात करते है तो एंबेसी के लोग जल्द निकालने की बात करते हैं, लेकिन कोई मदद नहीं कर रहा है.
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जीनी ने भारत सरकार से मदद की गुहार (Requested help from the Indian government) लगाते हुए कहा की सरकार उन्हें यहां से जल्द निकालें. इसी प्रकार डूंगरपुर की एक और छात्रा प्रांजल जैन, खेरवाड़ा के छात्र कुलदीप कलाल ने भी केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है.