दौसा. पिछले 1 महीने से लगातार चल रही कोरोना वायरस की इस जंग में दौसा ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. 1 महीने में 20 कोरोना पॉजिटिव का इलाज कर सभी कोरोना पॉजिटिव केस को नेगेटिव में बदलने की जंग में चिकित्सा विभाग को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. जिसके चलते जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में कार्यरत चिकित्सा टीम को बधाई दी है.
इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के फैलने के चलते लॉकडाउन होना तय था. दौसा में भी कोरोना संक्रमण का खतरा होने के चलते हमनें सभी अधिकारियों के साथ बैठकर पूरी योजना बनाई. दौसा जिला मुख्यालय पर पहला केस आया तो हमने उसके आसपास के एरिया को कर्फ्यू लगा कर पूरी तरह सील कर दिया, जो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव था, उसके आसपास की सभी कनेक्टिविटी खत्म कर उसकी कनेक्टिविटी के सभी लोगों के सैंपल लिए और उनको आइसोलेट किया गया.
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हालांकि इस दौरान जिला मुख्यालय पर 6 केस कोरोना पॉजिटिव के और आ गए. उसके बाद लालसोट में भी पॉजिटिव केस आना शुरू हो गए थे. लेकिन वहां भी वही योजना काम ली गई और जो ही पहला टेस्ट पॉजिटिव सामने आया तो लालसोट मुख्यालय पर कर्फ्यू लगाकर लोगों की कनेक्टिविटी खत्म कर दी गई. जो व्यक्ति पॉजिटिव आया उसके संपर्क में आने वाले सभी लोगों का सैंपल भिजवा कर तुरंत सभी संदिग्धों को क्वॉरेंटाइन कर सभी की कलेक्टिविटी पूरी तरह खत्म कर दी गई.