चूरू. गौ विश्वस्य मातरम यानी गाय विश्व की माता है. यह बात सही है तो गाय की भी मां जैसी ही सेवा होनी चाहिए. गायों की ऐसी ही सेवा हो रही है सालासर की बालाजी गौशाला संस्थान की गौशाला में. इस हाईटेक गौशाला में 1600 गायों की सेवा के बेहद खास इंतजाम हैं. यहां गायों के पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी है और खाने के लिए अंकुरित हरा चारा और गुड़-दलिया की व्यवस्था है.
गर्मी से राहत के लिए ठंडे पानी की फुहारों का इंतजाम
चूरू में गर्मियों के 50 डिग्री तापमान और तपती लू से गायों को बचाने के लिए पंखे, कूलर और ठंडे पानी की फुहारों से राहत के इंतजाम है. बीमार गाय के लिए गौशाला परिसर में ही आईसीयू सहित मॉर्डन टेक्नोलॉजी का अस्पताल है. यही नहीं गायों की सेवा के लिए यहां करीब 60 लोगों का स्टाफ है.
गौशाला में 65 सीसीटीवी कैमरे मोजूद
वहीं गौशाला की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखने के लिए 65 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. सूखा चारा रखने के पांच बड़े टीन शेड है. गौशाला परिसर का पर्यावरण शुद्ध रहे इसके लिए यहां पेड़-पौधें भी लगाए गए हैं. यहां रोज हवन होने से वातावरण दैवीय हो जाता है. आपको बात दें कि गौशाला में कृष्ण मंदिर भी है.
यह 5 सुविधाएं बनाती है इस गौशाला को खास
1. पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी
चूरू जिले के ज्यादातर इलाकों में खारा पानी है. ऐसे में गौशाला में गायों को फिल्टर किया हुआ आरओ का पानी पिलाया जाता है. इस आरओ सिस्टम से रोज 50 हजार लीटर पानी शुद्ध किया जाता है. इस मशीन की कैपेसिटी सात हजार लीटर प्रति घंटा है. गौशाला में गायों को पानी पिलाने के लिए प्वाइंट बनाए गए हैं.
2.खाने के लिए अंकुरित घास