चूरू.कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर 31 मार्च तक राजस्थान लॉक डाउन है. ऐसे में लॉक डाउन के पहले दिन रविवार को चूरू में व्यापक असर देखा गया. चूरू शहर के होटल, दुकानें, मॉल व अन्य प्रतिष्ठान बंद रहे. लॉक डाउन के कारण शहर की सड़कें सूनसान रही. व्यापारियों ने खुद ही अपनी दुकानें बंद रखी. हालांकि शहर में अनावश्यक रूप से कम ही लोग घूमते नजर आए. बेवजह घूम रहे लोगों को पुलिस ने वापस घर में भेजा. जिला कलेक्टर संदेश नायक ने भी शहर का जायजा लिया.
पढ़ें:राजस्थान लॉकडाउन LIVE UPDATE : प्रदेश में जनता कर्फ्यू का व्यापक असर, सड़कों पर सन्नाटा
शहर में मेडिकल की दुकानें भी बंद
हालांकि मेडिकल व दूसरी अन्य आवश्यक सेवाओं की दुकानों लॉकडाउन में खोलने की छूट दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी शहर में मेडिकल की कुछ दुकानें बंद रही. खासकर शहर के प्रमुख बाजारों में आवश्यक सेवाओं की दुकानें भी बंद रही. यहां तक कि गली-मोहल्लों की दुकानें भी बंद रही.
चूरू में लॉकडाउन का व्यापक असर जिला कलेक्टर ने किया निरीक्षण
जिला कलेक्टर संदेश नायक ने शहर के प्रमुख बाजारों का दौरा किया. इस दौरान डीबी राजकीय अस्पताल में कोरोना वायरस संदिग्ध व्यक्तियों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड के साथ ही नर्सिंग कॉलेज में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड का भी निरीक्षण किया. जिला कलेक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए.
पढ़ें:राजस्थान लॉकडाउन: राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात
जिले में 142 संदिग्ध, लेकिन पॉजिटिव एक भी नहीं
चूरू जिले में विदेश से आए 142 व्यक्ति संदिग्ध है. वे सभी होम आइसोलेशन पर हैं, लेकिन राहत की खबर यह भी है कि इनमें से अभी तक एक भी व्यक्ति कोरोना वायरस पॉजिटिव नहीं है.
रतनगढ़ में भी जनता कर्फ्यू का समर्थन जनता कर्फ्यू के समर्थन में रतनगढ़
चूरू के रतनगढ़ में भी जनता कर्फ्यू के समर्थन में क्षेत्र के शहर व ग्रामीण क्षेत्र आज पूर्णतया बंद रहे. क्षेत्र में बस स्टैंड पर भी बसों का आवागमन पूर्ण रूप से बंद रहा, जिससे बस स्टैंड पर भी पूर्णतया सन्नाटा छाया रहा. इलाके में ऑटो और दोपहिया वाहन सहित अन्य वाहन भी सड़कों पर दिखाई नहीं दिए. क्षेत्र के व्यापारिक संगठनों ने भी अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखकर व आमजन ने खुद को घरों में रखकर कर्फ्यू का समर्थन किया है.
पढ़ें:भारत में कोरोना : दो और मौतों के साथ छह हुई मृतकों की संख्या, 341 हुए रोगी
वहीं राजकीय चिकित्सालय में भी आज सभी काउंटर खाली पड़े दिखाई दिए. शहर के बाजार सहित बाहरी इलाकों की सड़कों पर भी आवागमन नहीं होने से सन्नाटा छाया रहा. वहीं ट्रेन से मुंबई व सूरत से आए क्षेत्र के सभी यात्री भयभीत नजर आए, सभी यात्री ट्रेन से उतरने के बाद कोरोना जांच के लिए सीधे राजकीय चिकित्सालय पहुंचे. जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें जांच किए बिना ही सकारात्मक अश्वाशन देकर घर भेज दिया. वहीं रतनगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष इंद्र कुमार ने कहा कि पीएम मोदी की अपील पर क्षेत्र पूर्णता बंद सफल रहा है. शहर के सभी प्रतिष्ठान पूर्णतया बंद है, शहर के व्यापारिक संगठनों व आमजन ने जनता कर्फ्यू का पूर्ण समर्थन करते हुए बंद रखा है.