कपासन (चित्तौड़गढ़). बेगार प्रथा के विरोध में जागीरदारों के खिलाफ जिले के बेंगू में हुए किसान आन्दोलन में जागीरदार द्वारा चलाई गोली से शहीद हुए किसान आन्दोलनकारी रूपाजी कृपाजी की पुण्यतिथि श्रद्धा पूर्वक मनाई गई.
बता दें कि बेंगू बिजोलिया किसान आंदोलन में शहीद हुए जयनगर के रूपाजी और अमरपुरा के कृपाजी की गोविंदपुरा में बनी मूर्तियों पर शुक्रवार को सेशल डिस्टनसिंग की पालना करते हुए पूर्व राज्यमंत्री और भाजपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य चुन्नी लाल धाकड़ सहीत कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारियो ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
बेंगू किसान आंदोलन चित्तौड़गढ़ में 1921 में आरम्भ हुआ था. इसकी शुरूआत बेगार प्रथा के विरोध के रूप में हुई थी. आंदोलन की शुरूआत रामनारायण चैधरी ने की थी, बाद में इसकी भाग-दौड़ विजयसिंह पथिक ने सम्भाली थी.