चित्तौड़गढ़.जिले के वन विभाग ने गांव के लोगों के लिए एक अनूठी पहल की. उन्होंने काटून्दा के महुपुरा में वेरी महादेव स्थित पलाश वैली में न केवल विश्व वानिकी दिवस मनाया बल्कि ग्रामीणों को पलाश के फूलों से रंग बनाना भी सिखाया. बता दें कि गांव के आसपास बड़ी संख्या में पलाश के पौधे हैं, ऐसे में अब ग्रामीण भी रंग बना कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकेंगे. इस दौरान उप वन संरक्षक सुगना राम जाट के साथ उपखंड अधिकारी और विभाग के अधिकारी कर्मचारी एक साथ गांव पहुंचे और एक समारोह आयोजित कर विश्व वानिकी दिवस का महत्व बताया. वहीं लोगों को विशेषज्ञों ने पलाश से रंग बनाने की विधि सिखाई.
उन्होंने बताया कि अब इससे न सिर्फ वन सम्पदा के संरक्षण को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि ग्रामीण रंग बनाने के गुर सिख रोजगार से भी जुड़ पाएंगे. उप वन संरक्षक जाट ने इस मौके पर मानव जीवन में वन और वन्य जीवों का महत्व बताते हुए कहा कि जीवन के लिए पेड़ पौधे बहुत जरूरी हैं. साथ कहा कि आज जो हमारे सामने समस्याएं आ रही है उसका मूल कारण वनों की अंधाधुंध कटाई है, जिससे पर्यावरण संतुलन बिगड़ता जा रहा है और हालात गंभीर होते दिख रहे हैं. जिसकों लेकर तमाम देश आज इस मुद्दे पर सामूहिक तौर पर कदम उठाने को मजबूर हो गए हैं.